नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में डेंगू और मंकी पॉक्स के मामले आने के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज वहां जायजा लेने पहुंचे. मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अस्पताल प्रशासन से डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए अस्पताल में की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली. अस्पताल प्रशासन ने बताया, कि अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है, ताकि अन्य मरीजों को डेंगू फैलने का खतरा न हो.
मंकी पॉक्स के मरीज की स्थिति स्थिर: मंत्री ने बताया कि अस्पताल में मंकी पॉक्स का केवल एक मरीज है, उस मरीज की स्थिति स्थिर है, किसी प्रकार की घबराने वाली बात नहीं है. बुखार के मामलों में कुछ बढ़ोतरी हुई है, परंतु स्थिति नियंत्रण में है, किसी भी प्रकार से घबराने वाली कोई स्थिति अभी नहीं है. साथ ही साथ अस्पताल प्रशासन ने मंत्री सौरभ भारद्वाज को बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए अस्पताल में अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है, ताकि अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों को डेंगू का खतरा न हो, साथ ही साथ डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए सभी दवाइयां और सुविधाएं तैयार हैं.
मरीजों ने खाने की गुणवत्ता को लेकर कही ये बात: सौरभ भारद्वाज ने अस्पताल में मौजूद मरीजों एवं उनके परिजनों से बात की और अस्पताल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानने की कोशिश की. जब मरीज और उनके परिजनों से अस्पताल में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता पर प्रश्न पूछे तो सभी मरीजों ने खाने की गुणवत्ता को लेकर भी अपनी संतुष्टि जताई.
सौरभ भारद्वाज ने पर्चे की लाइन में लगे मरीजों से भी बात की, कुछ मरीजों ने पूरी दवाइयां नहीं मिलने की शिकायत की. दवाई की खिड़की पर लाइन में खड़े कुछ मरीजों से बातचीत कर दवाइयां की स्थिति के बारे में जानने की कोशिश की. लाइन में खड़े लोगों ने बताया की दवाई देने में बहुत समय लगाया जाता है. एक-एक व्यक्ति को डेढ़ से दो घंटे दवाई की लाइन में खड़ा होना पड़ता है, तब जाकर दवाई मिलती है. साथ ही साथ कुछ लोगों ने सभी दवाइयां ना मिलने की भी शिकायत की.
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सभी दवाइयां मरीज को उपलब्ध कराने का निर्देश: उन्होंने कहा कि जो दवाइयां महंगी होती है, वह दवाइयां बाहर से खरीदने के लिए कह दिया जाता है. लाइन में लगे लोगों ने बताया कि ऐसा अक्सर होता रहता है. पर्चे में लिखी सभी दवाइयां नहीं मिलती, कुछ दवाइयां बाहर से खरीदने के लिए कह दिया जाता है. मंत्री ने मरीजों की शिकायत का तुरंत संज्ञान लेते हुए अस्पताल प्रशासन से सभी दवाइयां मरीज को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए और जो दवाइयां अस्पताल में खत्म हो गई है, उन्हें जल्द से जल्द मंगवाने के निर्देश भी जारी किए, ताकि अस्पताल में इलाज कराने आए सभी मरीजों को सभी दवाइयां मिल सके. साथ ही साथ लाइन में खड़े होने में लगने वाले अधिक समय को व्यवस्थित करने के लिए दवाई के काउंटर और बढ़ाने का सुझाव दिया.
हाल ही में देखा गया कि कुछ अस्पतालों में हिंसा की घटनाएं हुई, जिसको लेकर पूरे देश मे डाक्टरों में एक नाराजगी पैदा हुई, और डॉक्टर्स एसोसिएशन ने अस्पतालों में डाक्टरों की सुरक्षा के लिए बेहतर व्यवस्था करने की मांग रखी थी. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि ऐसी ही घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए अस्पताल में चारों तरफ सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं और उनकी निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है. अस्पताल प्रशासन ने मंत्री को इस सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी दी. मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कंट्रोल रूम में जाकर सभी सीसीटीवी कैमरा की गतिविधियों को देखा, साथ ही साथ अस्पताल प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अपनाई गई इस पद्धति की पूरी विधि को समझा.
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