ETV Bharat / state

डिजिटल तकनीक से मिल रही चुनाव प्रक्रिया को मजबूती, वोटर्स को होनी चाहिए इलेक्शन से जुड़े इन एप्स की जानकारी - Election Commission apps

author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 19, 2024, 1:14 PM IST

भारतीय चुनाव आयोग ने तकनीक के मामले में दुनिया के कई विकसित देशों को भी पटखनी दे दी है. चुनाव के समय किसी भी उम्मीदवार की जानकारी, चुनाव से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत या फिर आयोग को चुनाव से संबंधित कोई जानकारी घर बैठे लोगों तक पहुंचानी हो ये काम चुटकियों में हो सकता है. इसके लिए कई तरह के एप का प्रयोग इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया कर रहा है. राजनैतिक पार्टियों के साथ-साथ आम जनता की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ने मोबाइल ऐप्स और वेब पोर्टल लॉन्च किए हैं.

ELECTION COMMISSION APPS
सांकेतिक तस्वीर (ईटीवी भारत)

शिमला: भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. यहां लोगों की चुनी हुई सरकार संसद में देश के लिए नियम-कानून बनाती है. इतने बड़े देश में करवाने का काम संविधान ने निर्वाचन आयोग को दिया है. जनता की भागीदारी के बिना निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव करवाना भारतीय चुनाव आयोग के लिए आसान काम नहीं है. इंटरनेट और डिजीटल युग में आयोग का प्रयास है कि इसमें जनता की अधिक से अधिक भागीदारी हो. बड़ी जनसंख्या वाले देश में चुनाव प्रक्रिया से जनता को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जोड़ने के लिए आयोग अब तकनीक का सहारा भी लेता है.

भारतीय चुनाव आयोग ने तकनीक के मामले में दुनिया के कई विकसित देशों को भी पटखनी दे दी है. ईवीएम का इस्तेमाल तो भारत कई सालों से कर रहा है, लेकिन अब चुनाव के समय किसी भी उम्मीदवार की जानकारी, चुनाव से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत या फिर आयोग को चुनाव से संबंधित कोई जानकारी घर बैठे लोगों तक पहुंचानी हो ये काम चुटकियों में हो सकता है. इसके लिए कई तरह के एप का प्रयोग इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया कर रहा है.

राजनैतिक पार्टियों के साथ-साथ आम जनता की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ने मोबाइल ऐप्स और वेब पोर्टल लॉन्च किए हैं. इसमें cVIGIL App ,VHA KYC App , suvidha Portal, Voter in que एप्प शामिल है. इन ऐप के उपयोग से मतदाताओं की चुनाव प्रक्रिया में भागादारी और सुविधा दोनों में बढ़ोतरी हुई है. इन सब एप्स की जानकारी हम आपको इस खबर में देंगे, ताकि आप भी इन एप्स का इस्तेमाल कर चुनाव आयोग के प्रयासों और लोकतंत्र के असली पर्व को सफल और मजबूत बना सकें.

वोटर हेल्पलाइन एप की शुरूआत चुनाव आयोग ने 2019 में की थी. इसे वोटर की सुविधा के लिए शुरू किया गया था. ये एप वन स्टॉप सेंटर की तरह काम करता है. इस एप पर चुनाव से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां आप मिल जाएंगी.वोटिंग लिस्ट में अपना नाम चेक करना. इलेक्टोरल रोल या डिजिटल फोटो वोटर स्लिप यहां डाउनलोड यहां से किया जा सकता है.

Voter Helpline App: यह ऐप पूरी तरह से चुनाव प्रक्रिया को दोष रहित बनाने के काम में मतदाताओं को सजग चौकीदार बनाने में मदद करता है. चुनाव आचार संहिता का पालन सुनिश्चित कराने में मतदाताओं की सक्रिय और सजग भूमिका तय करने में CVigil App अहम भूमिका निभाता है. इस ऐप की मदद से देश का कोई भी नागरिक निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की तस्वीर और वीडियो को सीधे निर्वाचन आयोग को भेज सकता है. इसके अलावा चुनाव चुनाव से जुड़ी जानकारियां, रिजल्ट अपडेट और उम्मीदारों के बारे में डिटेल्स जानने के लिए भी आप इस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपका नाम वोटर लिस्ट से गायब होने पर इसके जरिए रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता हैं. रजिस्ट्रेशन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर उसे सुधारने के लिए आवेदन किया जा सकता है. मतदाता सूची से नाम हटाना, शिकायत, इलेक्शन रिजल्ट, उम्मीदवार की जानकारी इस एप्प पर उपलब्ध है.

cVigil: चुनाव के दौरान एप इलेक्शन कमीशन के लिए चौकीदार की भूमिका निभाता है. इलेक्शन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर ये मतदाताओं के पास सबसे बड़ा हथियार है. चुनावों में आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन होने से बचाता है. जैसे किसी उम्मीदवार की ओर से पैसे बांटने, गलत तरीके से वोटर्स को लुभाने के लिए लालच का दिया जाना, शराब बांटने पैसे अथवा उपहार देने, भड़काऊ बयान देने, बिना अनुमति बैनर और पोस्टर लगाने के मामलों की शिकायत cVIGIL ऐप पर की जा सकती है. शिकायत प्राप्त होते ही 100 मिनट में कार्रवाई और उससे संबंधित स्टेटस का भी जानकारी मिल जाती है. इस ऐप को जियो टैगिंग से जोड़ा गया है. किसी भी शिकायत के लिए लिए ऐप का कैमरा ऑन होता उसी क्षण ऑटोमैटिकली जियो-टैगिंग इनेबल हो जाती है. इससे आयोग को घटना की सही लोकेशन मिल जाती है.

Suvidha Candidate portal: यह ऐप चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सुविधा के लिए लॉन्च किया गया है. इस एप से उम्मीदवार अपना नोमिनेशन एवं शपथ पत्र ऑनलाइन भर सकता है. उम्मीदवार online application के बाद स्लॉट बुक कर तय समय में फिजकली वैरिफिकेशन एवं शुल्क का भुगतान कर सकता. जनसभा, रैली की अनुमति के लिए इसके जरिए आवेदन की सुविधा भी मिलती है. अपने अनुमति आवेदन की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं.

KYC या Know Your Candidate App: इस ऐप के जरिए लोगों को अपने उम्मीदवार से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी मिलती. चुनाव लड़ रहे कैंडिडेट की क्रिमिनल हिस्ट्री, आपराधिक मामलों की स्थिति से जुड़ी जानकारी, उनका राजनीतिक करियर, नामांकन के दौरान दिया गया हलफनामा भी इस एप में मिल जाता है. इसके अलावा उनकी संपत्ति और दौलत की भी जानकारी मिलेगी. मतदाता अपने उम्मीदवारों की हर जानकारी इस एप से ले सकता है, ताकि वो सोच समझ कर मतदान करे.

ये भी पढ़ें: "मंत्रालय तो सही ढंग से संभल नहीं रहा है, चले हैं सांसद बनने" कंगना ने विक्रमादित्य सिंह पर कसा तंज - Kangana On Vikramaditya Singh

शिमला: भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. यहां लोगों की चुनी हुई सरकार संसद में देश के लिए नियम-कानून बनाती है. इतने बड़े देश में करवाने का काम संविधान ने निर्वाचन आयोग को दिया है. जनता की भागीदारी के बिना निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव करवाना भारतीय चुनाव आयोग के लिए आसान काम नहीं है. इंटरनेट और डिजीटल युग में आयोग का प्रयास है कि इसमें जनता की अधिक से अधिक भागीदारी हो. बड़ी जनसंख्या वाले देश में चुनाव प्रक्रिया से जनता को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जोड़ने के लिए आयोग अब तकनीक का सहारा भी लेता है.

भारतीय चुनाव आयोग ने तकनीक के मामले में दुनिया के कई विकसित देशों को भी पटखनी दे दी है. ईवीएम का इस्तेमाल तो भारत कई सालों से कर रहा है, लेकिन अब चुनाव के समय किसी भी उम्मीदवार की जानकारी, चुनाव से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत या फिर आयोग को चुनाव से संबंधित कोई जानकारी घर बैठे लोगों तक पहुंचानी हो ये काम चुटकियों में हो सकता है. इसके लिए कई तरह के एप का प्रयोग इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया कर रहा है.

राजनैतिक पार्टियों के साथ-साथ आम जनता की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ने मोबाइल ऐप्स और वेब पोर्टल लॉन्च किए हैं. इसमें cVIGIL App ,VHA KYC App , suvidha Portal, Voter in que एप्प शामिल है. इन ऐप के उपयोग से मतदाताओं की चुनाव प्रक्रिया में भागादारी और सुविधा दोनों में बढ़ोतरी हुई है. इन सब एप्स की जानकारी हम आपको इस खबर में देंगे, ताकि आप भी इन एप्स का इस्तेमाल कर चुनाव आयोग के प्रयासों और लोकतंत्र के असली पर्व को सफल और मजबूत बना सकें.

वोटर हेल्पलाइन एप की शुरूआत चुनाव आयोग ने 2019 में की थी. इसे वोटर की सुविधा के लिए शुरू किया गया था. ये एप वन स्टॉप सेंटर की तरह काम करता है. इस एप पर चुनाव से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां आप मिल जाएंगी.वोटिंग लिस्ट में अपना नाम चेक करना. इलेक्टोरल रोल या डिजिटल फोटो वोटर स्लिप यहां डाउनलोड यहां से किया जा सकता है.

Voter Helpline App: यह ऐप पूरी तरह से चुनाव प्रक्रिया को दोष रहित बनाने के काम में मतदाताओं को सजग चौकीदार बनाने में मदद करता है. चुनाव आचार संहिता का पालन सुनिश्चित कराने में मतदाताओं की सक्रिय और सजग भूमिका तय करने में CVigil App अहम भूमिका निभाता है. इस ऐप की मदद से देश का कोई भी नागरिक निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की तस्वीर और वीडियो को सीधे निर्वाचन आयोग को भेज सकता है. इसके अलावा चुनाव चुनाव से जुड़ी जानकारियां, रिजल्ट अपडेट और उम्मीदारों के बारे में डिटेल्स जानने के लिए भी आप इस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपका नाम वोटर लिस्ट से गायब होने पर इसके जरिए रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता हैं. रजिस्ट्रेशन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर उसे सुधारने के लिए आवेदन किया जा सकता है. मतदाता सूची से नाम हटाना, शिकायत, इलेक्शन रिजल्ट, उम्मीदवार की जानकारी इस एप्प पर उपलब्ध है.

cVigil: चुनाव के दौरान एप इलेक्शन कमीशन के लिए चौकीदार की भूमिका निभाता है. इलेक्शन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर ये मतदाताओं के पास सबसे बड़ा हथियार है. चुनावों में आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन होने से बचाता है. जैसे किसी उम्मीदवार की ओर से पैसे बांटने, गलत तरीके से वोटर्स को लुभाने के लिए लालच का दिया जाना, शराब बांटने पैसे अथवा उपहार देने, भड़काऊ बयान देने, बिना अनुमति बैनर और पोस्टर लगाने के मामलों की शिकायत cVIGIL ऐप पर की जा सकती है. शिकायत प्राप्त होते ही 100 मिनट में कार्रवाई और उससे संबंधित स्टेटस का भी जानकारी मिल जाती है. इस ऐप को जियो टैगिंग से जोड़ा गया है. किसी भी शिकायत के लिए लिए ऐप का कैमरा ऑन होता उसी क्षण ऑटोमैटिकली जियो-टैगिंग इनेबल हो जाती है. इससे आयोग को घटना की सही लोकेशन मिल जाती है.

Suvidha Candidate portal: यह ऐप चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सुविधा के लिए लॉन्च किया गया है. इस एप से उम्मीदवार अपना नोमिनेशन एवं शपथ पत्र ऑनलाइन भर सकता है. उम्मीदवार online application के बाद स्लॉट बुक कर तय समय में फिजकली वैरिफिकेशन एवं शुल्क का भुगतान कर सकता. जनसभा, रैली की अनुमति के लिए इसके जरिए आवेदन की सुविधा भी मिलती है. अपने अनुमति आवेदन की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं.

KYC या Know Your Candidate App: इस ऐप के जरिए लोगों को अपने उम्मीदवार से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी मिलती. चुनाव लड़ रहे कैंडिडेट की क्रिमिनल हिस्ट्री, आपराधिक मामलों की स्थिति से जुड़ी जानकारी, उनका राजनीतिक करियर, नामांकन के दौरान दिया गया हलफनामा भी इस एप में मिल जाता है. इसके अलावा उनकी संपत्ति और दौलत की भी जानकारी मिलेगी. मतदाता अपने उम्मीदवारों की हर जानकारी इस एप से ले सकता है, ताकि वो सोच समझ कर मतदान करे.

ये भी पढ़ें: "मंत्रालय तो सही ढंग से संभल नहीं रहा है, चले हैं सांसद बनने" कंगना ने विक्रमादित्य सिंह पर कसा तंज - Kangana On Vikramaditya Singh

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.