शिमला: बीजेपी नेता आशीष शर्मा आज सुबह बालूगंज थाना में दर्ज एफआईआर मामले में पूछताछ के लिए थाने पहुंचे. हालांकि, कांग्रेस के बागी चैतन्य शर्मा के पिता आज थाने में नहीं आये. गौरतलब है कि पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा और निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा के खिलाफ बालूगंज थाना शिमला में सीपीएस सनजी अवस्थी और विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने एफआईआर दर्ज करवाई है.
इन पर राज्यसभा चुनाव को लेकर खरीद-फरोख्त और विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. राकेश शर्मा उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव रहे हैं. कांग्रेस विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी और विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने यह मामला दर्ज करवाया है.
हिमाचल पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर के बाद हिमाचल हाईकोर्ट ने आशीष शर्मा और अयोग्य करार दिए गए विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा को अग्रिम जमानत मिली थी. लेकिन उन्हें जांच के सहयोग करने के निर्देश हाईकोर्ट ने दिए थे. पहले 15 मार्च को थाने में उपस्थित होना था, लेकिन उस दिन इनके वकील पहुंचे.
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों और 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. आशीष और चैतन्य उन 9 विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया था.
बालूगंज थाना पहुंचे आशीष शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा उनके ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. कानून से ऊपर सरकार भी नहीं है. कानून अपना कार्य कर रहा है, जो भी फैसला होगा लोगों के समक्ष जनता की अदालत में होगा. आज आया था, लेकिन पुलिस ने शाम को आने को कहा है. महादेव की कृपा से सब ठीक होगा.
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