मिर्जापुर: एंटी करप्शन टीम ने एसडीएम सदर न्यायालय के कार्यालय से मंगलवार को एक पेशकार और एक प्राइवेट कर्मी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई से अधिकारियों में हड़कंप मच गया. तीन हजार रुपये लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा है. पहले प्राइवेट कर्मी ने पैसा लिया, फिर पेशकार ने उसी पैसा को थाम लिया.पीड़ित से खतौनी पर नाम चढ़ावाने के नाम पर घूस लिया जा रहा था.
दरअसल, पड़री थाना क्षेत्र के देवपुर गांव के रहने वाले अंकित पांडेय ने एंटी करप्शन टीम से 14 दिसंबर को शिकायत की थी. उसी शिकायत पर एसडीएम सदर न्यायालय के कार्यालय पहुंची. एंटी करप्शन टीम ने पहली किस्त 3 हजार प्राइवेट कर्मी कुलदीप गौड़ से लिया. फिर उसी पैसे को प्राइवेट कर्मी ने पेशकार राजेंद्र चौरसिया को दिया. मौके पर मौजूद एंटी करप्शन टीम ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
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एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर विनय सिंह ने बताया, कि पड़री थाना क्षेत्र के देवपुर गांव के रहने वाले अंकित पांडेय ने एंटी करप्शन कार्यालय पर आकर रिश्वत मांगे जाने की लिखित सूचना दी थी. उसके दादा का नाम फसली वर्ष के दौरान सरकारी कर्मियों के द्वारा एंट्री करने से छूट गया था. नाम दर्ज करने के लिए उसने एसडीएम के यहां आवेदन किया था. जिस पर उससे 10 हजार की डिमांड की गई थी. 10000 में से 3000 पहले किस्त आज लिया जा रहा था. जिस पर टीम ने पहली किस्त लेते हुए पेशकार समेत 2 लोगों को पकड़ा हैं. टीम आरोपियों को लेकर शहर कोतवाली पहुंची है. मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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