जयपुर : पिछले दिनों विधानसभा में कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने 'ठाकुर का कुआं' कविता क्या पढ़ी, उसके बाद लगातार बीजेपी और निर्दलीय ही नहीं बल्कि कांग्रेस के विधायक भी हरीश चौधरी के बयान पर अलग-अलग तरीके से पलटवार कर रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने हरीश चौधरी की कविता पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि मोहब्बत की नेम प्लेट लगाते हैं और दुकान नफरत की चलाते हैं. हम सभी के पूर्वज एक ही हैं.
नेम प्लेट मोहब्बत, दुकान नफरत की : उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सदन में अनुदान मांगों पर जवाब देते हुए कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी पर तंज कसा. उन्होंने हरीश चौधरी की 'ठाकुर का कुआं' कविता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सदन में समाज को बांटने की बातें हुईं. कांग्रेस के साथियों ने भी अपने साथियों को नहीं रोका. हम विपक्षी हो सकते हैं, लेकिन हमारे पूर्वज एक हैं. यहां हमारे पूर्वजों पर बात की गई है. सदन में समाज को बांटने वाली कविता पढ़ी गई, लेकिन 'मैं यहां समाज को जोड़ने वाली कविता पढ़ना चाहता हूं. योद्धाओं को जोड़ने वाली कविता पढ़ना चाहता हूं'.
मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कविता के माध्यम से कहा कि एक जवान अपनी पूरी जवानी का बलिदान दे देता है, लेकिन अगर हम योद्धाओं को बांटने लगेंगे तो यह देश कहां जाएगा?. योद्धा तो हर जाति में होते हैं. भारत तभी मजबूत बना, जब किसी ने अपनी रियासत छोड़ी तो किसी ने शहादत दी, लेकिन कांग्रेस को बांटने की आदत है. इनके सपने में एक भारत कभी नहीं रहा. ये लोग बस मोहब्बत की नेम प्लेट लगाते हैं पर दुकान नफरत की चलाते हैं. उन्होंने कहा कि जो कविता यहां पढ़ी गई थी. उसके अंदर केवल जहर था, उन्हें यहां रोका जाना चाहिए था, लेकिन रोका नहीं गया. हमारे विपक्ष के साथी इस समय सदन में नहीं हैं, लेकिन शायद टीवी पर देख रहे होंगे. 'मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि महाराणा प्रताप के साथ मिलकर उनके पूर्वजों ने अकबर की सेना के दांत खट्टे कर दिए थे'.