ETV Bharat / state

देवभूमि ही नहीं, दूध भूमि भी है हिमाचल, देश में 423 मिली के मुकाबले यहां हर व्यक्ति के हिस्से में 650 मिली मिल्क, प्रोडक्शन में भी उछाल - MILK PRODUCTION IN HIMACHAL

हिमाचल प्रदेश दूध उत्पादन के मामले में भी जाना जाता है. यहां प्रति व्यक्ति के हिस्से में 650 ML दूध आता है.

हिमाचल में मिल्क प्रोडक्शन
हिमाचल में मिल्क प्रोडक्शन (ETV Bharat GFX)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 26, 2024, 5:53 PM IST

शिमला: देवभूमि हिमाचल प्रदेश को एप्पल बाउल ऑफ इंडिया के साथ-साथ उर्जा राज्य के नाम से भी जानते हैं. इसके अलावा हिमाचल की एक पहचान और है. यहां प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता देश की औसत उपलब्धता से कहीं अधिक है. इस प्रकार देवभूमि को दूध भूमि भी कहा जा सकता है. आंकड़े इसकी गवाही भी देते हैं और पुष्टि भी करते हैं. हिमाचल प्रदेश में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 650 मिलीलीटर प्रतिदिन है. ये राष्ट्रीय औसत 427 मिलीलीटर से कहीं अधिक है.

दिलचस्प तथ्य ये है कि एक दशक पहले भी हिमाचल में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता अभी की राष्ट्रीय औसत से अधिक थी. साल 2012-13 में हिमाचल में दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 455 मिलीलीटर थी. ये आंकड़े हिमाचल सरकार के आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट के हैं.

गो दुग्ध कुल प्रोडक्शन का 70 फीसदी

हिमाचल प्रदेश में गाय का दूध कुल दूध उत्पादन का 70 फीसदी है. साल 2011-12 में ये उत्पादन कुल प्रोडक्शन का 61 फीसदी था. स्पष्ट है कि गाय पालन बढ़ा है और दूध उत्पादन भी. इसके अलावा भैंस के दूध का हिस्सा कुल उत्पादन में 27 फीसदी है और तीन फीसदी हिस्सा बकरी के दूध का है. यदि कुल उत्पादन की बात करें तो वर्ष 2012-13 में दूध का कुल उत्पादन 11.39 लाख मीट्रिक टन था. अब 2023-24 में ये 16.54 लाख मीट्रिक टन हो गया है. हिमाचल को प्रतिदिन 19 लाख मीट्रिक टन दूध की आवश्यकता है. जल्द ही ये लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा.
हिमाचल सरकार ने बढ़ाए दूध खरीद के दाम

हिमाचल सरकार ने गाय व भैंस के दूध की खरीद के दाम बढ़ाए हैं. अब गाय का दूध 45 रुपये प्रति लीटर व भैंस का दूध 55 रुपये प्रति लीटर पशुपालकों से खरीदा जा रहा है. कांगड़ा जिला के ढगवार में 250 करोड़ रुपये की लागत से विश्व स्तरीय अत्याधुनिक मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जा रही है. इसकी क्षमता को बढ़ाकर 3 लाख लीटर प्रतिदिन करने की योजना है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का दावा है कि राज्य में उनकी सरकार के समय पशुपालकों को अब तक दूध खरीद का सबसे बड़ा अमाउंट दिया गया है.

हिमाचल का मिल्क ढांचा एक नजर में

  • हिमाचल में कुल 1148 ग्रामीण दूध सहकारी समितियां हैं.
  • सहकारी समितियों में 47,905 सदस्य हैं.
  • महिला सदस्यों की संख्या 19,388 है.
  • हिमाचल में कुल 11 मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट्स हैं.
  • इसके अलावा 116 बल्क मिल्क कूलर हैं.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के डिपुओं में मिलेगी कनाडा की मलका, सुक्खू सरकार ने रेट किया अप्रूव, ये होगा दाम

शिमला: देवभूमि हिमाचल प्रदेश को एप्पल बाउल ऑफ इंडिया के साथ-साथ उर्जा राज्य के नाम से भी जानते हैं. इसके अलावा हिमाचल की एक पहचान और है. यहां प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता देश की औसत उपलब्धता से कहीं अधिक है. इस प्रकार देवभूमि को दूध भूमि भी कहा जा सकता है. आंकड़े इसकी गवाही भी देते हैं और पुष्टि भी करते हैं. हिमाचल प्रदेश में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 650 मिलीलीटर प्रतिदिन है. ये राष्ट्रीय औसत 427 मिलीलीटर से कहीं अधिक है.

दिलचस्प तथ्य ये है कि एक दशक पहले भी हिमाचल में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता अभी की राष्ट्रीय औसत से अधिक थी. साल 2012-13 में हिमाचल में दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 455 मिलीलीटर थी. ये आंकड़े हिमाचल सरकार के आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट के हैं.

गो दुग्ध कुल प्रोडक्शन का 70 फीसदी

हिमाचल प्रदेश में गाय का दूध कुल दूध उत्पादन का 70 फीसदी है. साल 2011-12 में ये उत्पादन कुल प्रोडक्शन का 61 फीसदी था. स्पष्ट है कि गाय पालन बढ़ा है और दूध उत्पादन भी. इसके अलावा भैंस के दूध का हिस्सा कुल उत्पादन में 27 फीसदी है और तीन फीसदी हिस्सा बकरी के दूध का है. यदि कुल उत्पादन की बात करें तो वर्ष 2012-13 में दूध का कुल उत्पादन 11.39 लाख मीट्रिक टन था. अब 2023-24 में ये 16.54 लाख मीट्रिक टन हो गया है. हिमाचल को प्रतिदिन 19 लाख मीट्रिक टन दूध की आवश्यकता है. जल्द ही ये लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा.
हिमाचल सरकार ने बढ़ाए दूध खरीद के दाम

हिमाचल सरकार ने गाय व भैंस के दूध की खरीद के दाम बढ़ाए हैं. अब गाय का दूध 45 रुपये प्रति लीटर व भैंस का दूध 55 रुपये प्रति लीटर पशुपालकों से खरीदा जा रहा है. कांगड़ा जिला के ढगवार में 250 करोड़ रुपये की लागत से विश्व स्तरीय अत्याधुनिक मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जा रही है. इसकी क्षमता को बढ़ाकर 3 लाख लीटर प्रतिदिन करने की योजना है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का दावा है कि राज्य में उनकी सरकार के समय पशुपालकों को अब तक दूध खरीद का सबसे बड़ा अमाउंट दिया गया है.

हिमाचल का मिल्क ढांचा एक नजर में

  • हिमाचल में कुल 1148 ग्रामीण दूध सहकारी समितियां हैं.
  • सहकारी समितियों में 47,905 सदस्य हैं.
  • महिला सदस्यों की संख्या 19,388 है.
  • हिमाचल में कुल 11 मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट्स हैं.
  • इसके अलावा 116 बल्क मिल्क कूलर हैं.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के डिपुओं में मिलेगी कनाडा की मलका, सुक्खू सरकार ने रेट किया अप्रूव, ये होगा दाम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.