मेरठ : पेशाब कांड के पीड़ित रितिक की मौत के मामले में पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है. पुलिस का कहना है कि पिता की तहरीर के आधार पर एफआईआर की गई है. मामले में जांच की जा रही है.
मेरठ के गंगानगर क्षेत्र के गंगा विहार कॉलोनी निवासी करन सिंह ने मेडिकल थाने में तहरीर देकर बताया था कि सोमवार को वह ड्यूटी पर थे. बेटे रितिक को दोपहर करीब दो बजे जागृति विहार सेक्टर-चार निवासी युवराज, सेक्टर- तीन निवासी राहुल और सोनू पहाड़ी घर से बुलाकर गाड़ी में बैठा ले गए थे.
उस दौरान रितिक की मां ममता घर पर थीं. रात करीब डेढ़ बजे राहुल ने मोबाइल से फोन करके बताया कि रितिक की हालत खराब है. वह मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती है. वह पत्नी के साथ पहुंचे तो मेडिकल की इमरजेंसी में स्ट्रेचर पर रितिक का नीला पड़ चुका शव रखा था.
करन सिंह का आरोप है कि पिछले साल उनके बेटे को अगवा कर मेडिकल थाना क्षेत्र में लाठी-डंडे और बेल्ट से बुरी तरह पीटा गया था. आरोपियों ने उसके मुंह में पिस्टल ठूंस दी थी. उस पर पेशाब भी किया था. इस बाबत उन्होंने आशीष मलिक, मोहित ठाकुर, अवि शर्मा और राजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
परिवार का आरोप है कि युवराज, राहुल और सोनू पहाड़ी ने मिलकर उनके बेटे की हत्या की है. एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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