करनाल: सनातन धर्म में प्रत्येक व्रत और त्योहार का बहुत ही महत्व होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार आज (शुक्रवार, 9 फरवरी को) मौनी अमावस्या है. माघ महीने के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या मौनी अमावस्या या फिर माघ अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इस दिन गंगा स्नान और व्रत रखने का विशेष महात्म्य है.
इस अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान करने के बाद दान करने का बहुत ही ज्यादा महत्व है. मान्यता है कि ऐसा करने से कई जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं. वहीं, इस अमावस्या के दिन पितरों के लिए पूजा पाठ और अनुष्ठान किए जाते हैं, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले और घर में सुख समृद्धि बनी रहे. आइए जानते हैं मौनी अमावस्या का क्या महत्व है और इसके व्रत का विधि विधान क्या है.
मौनी अमावस्या शुभ मुहूर्त: ज्योतिषाचार्य अंकित बताया कि मौनी अमावस्या की शुरुआत 9 फरवरी को सुबह 7:23 बजे से हो रही है. इसका समापन 10 फरवरी को सुबह 4:23 बजे हो रहा है. उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में प्रत्येक व्रत को उदय तिथि के साथ बनाया जाता है. इसलिए इस अमावस्या का व्रत 9 फरवरी को रखा जाएगा. वहीं, स्नान करने का शुभ मुहूर्त का समय सुबह 5:21 बजे से दोपहर तक रहने वाला है.
मौनी अमावस्या का महत्व: ज्योतिषाचार्य के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी गंगा या फिर किसी अन्य पवित्र कुंड या तालाब में स्नान करने उपरांत दान करने का बहुत ही ज्यादा महत्व बताया गया है. इस दिन दान करने से सौ गुना ज्यादा फल प्राप्त होता है. इस दिन सुबह सूर्योदय के समय भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करें. ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है और पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है. साथ ही पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
घर में सुख समृद्धि के लिए मौनी अमावस्या पर करें ये काम: ज्योतिषाचार्य के मुताबिक इस दिन अगर कोई मौन व्रत रखना चाहे तो वह मौन व्रत रख सकता है. अगर कोई मौन व्रत नहीं रख सकता तो बिना मौन रहे भी व्रत रख सकता है. इस दिन विशेष तौर पर भगवान विष्णु माता लक्ष्मी और सूर्य देव के साथ-साथ पितरों की पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन गरीबों का जरूरतमंदों को दान करने का बहुत ही ज्यादा महत्व बताया गया है. मौनी अमावस्या के दिन पांच कन्याओं को भोजन करने से उनके घर में आर्थिक तंगी दूर हो जाती है. इस अमावस्या के दिन तिल का तेल, तिल के लड्डू, वस्त्र दान करना बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है.
मौनी अमावस्या पर कई योग, कई राशियों के लिए एक होगा फायदेमंद: ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत और हंस योग भी बना रहे हैं जो पूजा पाठ के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा बताया गया है. इसके चलते ही कहीं राशि के जातकों को फायदा भी होने वाला है. इन योग के चलते इस अमावस्या पर वृषभ, कन्या, वृश्चिक मेष राशि के जातकों को विशेष लाभ होने वाला है. उनके व्यापार सहित उनकी नौकरी में उनका प्रगति होती हुई दिखाई दे रही है. वहीं, उनकी तंगी भी दूर होती दिखाई दे रही है. इस राशि के जातकों का सूर्य प्रभावशाली हो रहा है, जिसके चलते उनके घर में सुख समृद्धि आएगी.
पितृ दोष से मिलती है मुक्ति!: ज्योतिषाचार्य के मुताबिक मौनी अमावस्या पर विशेष तौर पर अपने पितरों के लिए कार्य किए जाते हैं. पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा अर्चना की जाती है. पिंडदान के साथ अनुष्ठान किए जाते हैं, जिसके चलते उनका पितरों के दोष से मुक्ति मिल जाती है. इस दिन मांस मदिरा और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए.
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