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दिवाली की तैयारियों में जुटे बाजार, ऑनलाइन बाजार के विरोध में कैट चलाएगा अभियान

दिवाली पर व्यापारियों को अच्छे व्यापार की उम्मीदें है. इसके मद्देनजर कैट ने ई-कॉमर्स की चुनौतियों से निबटने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 2 hours ago

ऑनलाइन बाजार के विरोध में उतरा कैट,चला रहा अभियान
ऑनलाइन बाजार के विरोध में उतरा कैट,चला रहा अभियान (ETV BHARAT)

नई दिल्ली: दीपावली देश का सबसे बड़ा त्योहार है और खासकर व्यापारी वर्ग के लिए इस त्योहार का बहुत बड़ा महत्व है. दिल्ली सहित देश भर के बाजारों में दीपावली एवं उससे जुड़े त्योहारों को लेकर व्यापक तैयारियां शुरू हो चुकी हैं ताकि अधिक से अधिक ग्राहकों को व्यापारी अपनी ओर आकर्षित कर सकें और उनके व्यापार में अपेक्षित वृद्धि हो. दूसरी तरफ ऑनलाइन के बजाय बाजारों से ख़रीदी करने के लिए भी ग्राहकों के लिए अनेक कदम उठायें जा रहे हैं. इस वर्ष त्यौहारों के सीजन में व्यापारियों द्वारा 4.25 लाख करोड़ के व्यापार करने की उम्मीद है.

चांदनी चौक से सांसद तथा कनफ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली और देश भर के बाजारों में दिवाली और अन्य त्यौहारों की श्रृंखला को देखते हुए बड़ी तैयारियां की जा रही हैं. वहीं, ई-कॉमर्स की चुनौतियों से मजबूती से निपटने के लिए देशभर में व्यापारी अनेक प्रकार के व्यापारिक कदम उठाने की तैयारियां भी कर चुके हैं.

खंडेलवाल ने बताया कि इस संबंध में कैट एक विशेष राष्ट्रीय अभियान शुरू कर रहा है. इसके ज़रिए ग्राहकों से अपील की जायेगी कि वो ऑनलाइन के बजाय बाजारों में आकर खरीदी करें. इस अपील के बड़े पैमाने पर होर्डिंग देशभर के बाज़ारों में लगाये जाएंगे. वहीं, सोशल मीडिया के ज़रिए करोड़ों लोगों को यह संदेश पहुंचाया जाएगा.

बाजारों की सजावट का रखा जा रहा खास ख्याल: खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली सहित देश के सभी महानगरों, टियर 2 तथा टियर 3 शहरों सहित क़स्बों एवं गांवों के बाजारों में दुकानों को दिवाली की थीम के अनुसार सजाया जाएगा. रंग-बिरंगी लाइट्स, रंगोली और अन्य सजावट का खास ख्याल रखा जा रहा है ताकि ग्राहकों को त्योहार का माहौल मिले और अधिक से अधिक लोग बाज़ारों की तरफ़ आकर्षित हो सकें.

मांग में भारी वृद्धि को देखते हुए स्टॉक को भी बढ़ाने पर जोर: खंडेलवाल ने बताया कि त्योहार के दौरान मांग में भारी वृद्धि को ध्यान में रखते हुए व्यापारियों ने पहले से ही विभिन्न वस्तुओं के अपने स्टॉक को बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसमें खासकर गिफ्ट आइटम्स, कपड़े, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, फर्निशिंग, सजावट सामग्री, पूजा सामग्री, रंगोली, देवी-देवताओं की फोटो एवं मूर्तियां, रेडिमेड गारमेंट्स, खिलौने, खाद्य वस्तुएं, कॉन्फ़ेक्शनरी, बिजली का सामान, कंज्यूमर डयूरेबल्स आदि मुख्य हैं.

विभिन्न प्रकार की छूट और प्रमोशनल ऑफर देने पर विचार: कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने बताया कि ग्राहक को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार की छूट और प्रमोशनल ऑफर देने पर भी विचार किया जा रहा है. दुकानदार कस्टमर को लुभाने के लिए ‘बाय वन-गेट वन’ या दिवाली डिस्काउंट्स जैसी योजनाएं चला सकते हैं. चूंकि दिवाली के समय बाजारों में भारी भीड़ होती है, इसलिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम करने का आग्रह किया जा रहा हैं. वहीं, दूसरी ओर ट्रेड एसोसिएशन भी अपने स्तर पर अतिरिक्त प्राइवेट सुरक्षा गार्ड रखने की योजना बना रहे हैं.

ई-कॉमर्स की चुनौतियां और समाधान पर जोर: ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा जारी अस्वस्थ व्यापारिक नीतियों के बढ़ते दबाव और आकर्षक ऑफर्स के चलते स्थानीय व्यापारियों के लिए इनका मुकाबला करना एक चुनौती बन गई है. किंतु फिर भी व्यापारी अपने स्तर पर अब ओमनी-चैनल रणनीतियां अपना रहे हैं. जहां वे विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स तथा अपनी दुकानों, दोनों तरीके से अपने व्यापार को बढ़ावा देने के प्रयासों में जुटे हैं. कुछ व्यापारी ऑनलाइन ऑर्डर और लोकल डिलीवरी सेवाएं शुरू कर रहे हैं ताकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें.

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के साथ प्रतिस्पर्धा के लिए कर रहे हर उपाय: इसके लिए वे अपने स्टोर की वेबसाइट या सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं और व्हाट्सएप के जरिये भी ऑर्डर ले रहे हैं और सामान की डिलीवरी करवा रहे हैं. हालांकि ई-कॉमर्स सुविधाजनक माना जाता हैं किंतु बाजारों में खरीदारी का अनुभव व्यक्तिगत है. लोग सामान की वैरायटी सहित उसको प्रत्यक्ष देख सकते हैं और इसीलिए लोग परिवार के साथ बाहर जाकर शॉपिंग करना पसंद करते हैं. दूसरी ओर सामान पसंद न आने अथवा खराब होने पर दुकानदार को वापस भी कर सकते हैं. यह सुविधा केवल दुकानों में ही मिल सकती है. व्यापारी इस अनुभव को और बेहतर बनाने पर जोर दे रहे हैं.

फास्ट-ट्रैक डिलीवरी सेवाओं के साथ की जी रही साझेदारी: कुछ व्यापारी ग्राहक को रिटेन करने के लिए एक्सक्लूसिव लोकल ऑफर्स और त्वरित डिलीवरी सेवा की पेशकश कर रहे हैं. जो ई-कॉमर्स पर उपलब्ध नहीं होतीं है. फास्ट-ट्रैक डिलीवरी सेवाओं के साथ साझेदारी कर रहे हैं. ताकि समय पर डिलीवरी सुनिश्चित हो सके. इसके लिए व्यापारी अनेक कंपनियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं.

ई-कॉमर्स की चुनौतियों से सामना करने के लिए व्यापारी तैयार: कुल मिलाकर दिल्ली के बाजार दीपावली के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और ई-कॉमर्स की चुनौतियों का भी सामना करने के लिए अनेक नए कदम उठा रहे हैं और इस बार त्यौहारों के सीजन में बड़ा व्यापार करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

ये भी पढ़ें : इस नवरात्रि दिल्ली में छप्पर फाड़ कारोबार की उम्मीद, व्यापारियों के खिलेंगे चेहरे

ये भी पढ़ें : CAIT के दो दिवसीय सम्मेलन में पहुंचे 350 से अधिक व्यापारिक नेता, इन मुद्दों पर की चर्चा

नई दिल्ली: दीपावली देश का सबसे बड़ा त्योहार है और खासकर व्यापारी वर्ग के लिए इस त्योहार का बहुत बड़ा महत्व है. दिल्ली सहित देश भर के बाजारों में दीपावली एवं उससे जुड़े त्योहारों को लेकर व्यापक तैयारियां शुरू हो चुकी हैं ताकि अधिक से अधिक ग्राहकों को व्यापारी अपनी ओर आकर्षित कर सकें और उनके व्यापार में अपेक्षित वृद्धि हो. दूसरी तरफ ऑनलाइन के बजाय बाजारों से ख़रीदी करने के लिए भी ग्राहकों के लिए अनेक कदम उठायें जा रहे हैं. इस वर्ष त्यौहारों के सीजन में व्यापारियों द्वारा 4.25 लाख करोड़ के व्यापार करने की उम्मीद है.

चांदनी चौक से सांसद तथा कनफ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली और देश भर के बाजारों में दिवाली और अन्य त्यौहारों की श्रृंखला को देखते हुए बड़ी तैयारियां की जा रही हैं. वहीं, ई-कॉमर्स की चुनौतियों से मजबूती से निपटने के लिए देशभर में व्यापारी अनेक प्रकार के व्यापारिक कदम उठाने की तैयारियां भी कर चुके हैं.

खंडेलवाल ने बताया कि इस संबंध में कैट एक विशेष राष्ट्रीय अभियान शुरू कर रहा है. इसके ज़रिए ग्राहकों से अपील की जायेगी कि वो ऑनलाइन के बजाय बाजारों में आकर खरीदी करें. इस अपील के बड़े पैमाने पर होर्डिंग देशभर के बाज़ारों में लगाये जाएंगे. वहीं, सोशल मीडिया के ज़रिए करोड़ों लोगों को यह संदेश पहुंचाया जाएगा.

बाजारों की सजावट का रखा जा रहा खास ख्याल: खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली सहित देश के सभी महानगरों, टियर 2 तथा टियर 3 शहरों सहित क़स्बों एवं गांवों के बाजारों में दुकानों को दिवाली की थीम के अनुसार सजाया जाएगा. रंग-बिरंगी लाइट्स, रंगोली और अन्य सजावट का खास ख्याल रखा जा रहा है ताकि ग्राहकों को त्योहार का माहौल मिले और अधिक से अधिक लोग बाज़ारों की तरफ़ आकर्षित हो सकें.

मांग में भारी वृद्धि को देखते हुए स्टॉक को भी बढ़ाने पर जोर: खंडेलवाल ने बताया कि त्योहार के दौरान मांग में भारी वृद्धि को ध्यान में रखते हुए व्यापारियों ने पहले से ही विभिन्न वस्तुओं के अपने स्टॉक को बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसमें खासकर गिफ्ट आइटम्स, कपड़े, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, फर्निशिंग, सजावट सामग्री, पूजा सामग्री, रंगोली, देवी-देवताओं की फोटो एवं मूर्तियां, रेडिमेड गारमेंट्स, खिलौने, खाद्य वस्तुएं, कॉन्फ़ेक्शनरी, बिजली का सामान, कंज्यूमर डयूरेबल्स आदि मुख्य हैं.

विभिन्न प्रकार की छूट और प्रमोशनल ऑफर देने पर विचार: कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने बताया कि ग्राहक को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार की छूट और प्रमोशनल ऑफर देने पर भी विचार किया जा रहा है. दुकानदार कस्टमर को लुभाने के लिए ‘बाय वन-गेट वन’ या दिवाली डिस्काउंट्स जैसी योजनाएं चला सकते हैं. चूंकि दिवाली के समय बाजारों में भारी भीड़ होती है, इसलिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम करने का आग्रह किया जा रहा हैं. वहीं, दूसरी ओर ट्रेड एसोसिएशन भी अपने स्तर पर अतिरिक्त प्राइवेट सुरक्षा गार्ड रखने की योजना बना रहे हैं.

ई-कॉमर्स की चुनौतियां और समाधान पर जोर: ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा जारी अस्वस्थ व्यापारिक नीतियों के बढ़ते दबाव और आकर्षक ऑफर्स के चलते स्थानीय व्यापारियों के लिए इनका मुकाबला करना एक चुनौती बन गई है. किंतु फिर भी व्यापारी अपने स्तर पर अब ओमनी-चैनल रणनीतियां अपना रहे हैं. जहां वे विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स तथा अपनी दुकानों, दोनों तरीके से अपने व्यापार को बढ़ावा देने के प्रयासों में जुटे हैं. कुछ व्यापारी ऑनलाइन ऑर्डर और लोकल डिलीवरी सेवाएं शुरू कर रहे हैं ताकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें.

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के साथ प्रतिस्पर्धा के लिए कर रहे हर उपाय: इसके लिए वे अपने स्टोर की वेबसाइट या सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं और व्हाट्सएप के जरिये भी ऑर्डर ले रहे हैं और सामान की डिलीवरी करवा रहे हैं. हालांकि ई-कॉमर्स सुविधाजनक माना जाता हैं किंतु बाजारों में खरीदारी का अनुभव व्यक्तिगत है. लोग सामान की वैरायटी सहित उसको प्रत्यक्ष देख सकते हैं और इसीलिए लोग परिवार के साथ बाहर जाकर शॉपिंग करना पसंद करते हैं. दूसरी ओर सामान पसंद न आने अथवा खराब होने पर दुकानदार को वापस भी कर सकते हैं. यह सुविधा केवल दुकानों में ही मिल सकती है. व्यापारी इस अनुभव को और बेहतर बनाने पर जोर दे रहे हैं.

फास्ट-ट्रैक डिलीवरी सेवाओं के साथ की जी रही साझेदारी: कुछ व्यापारी ग्राहक को रिटेन करने के लिए एक्सक्लूसिव लोकल ऑफर्स और त्वरित डिलीवरी सेवा की पेशकश कर रहे हैं. जो ई-कॉमर्स पर उपलब्ध नहीं होतीं है. फास्ट-ट्रैक डिलीवरी सेवाओं के साथ साझेदारी कर रहे हैं. ताकि समय पर डिलीवरी सुनिश्चित हो सके. इसके लिए व्यापारी अनेक कंपनियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं.

ई-कॉमर्स की चुनौतियों से सामना करने के लिए व्यापारी तैयार: कुल मिलाकर दिल्ली के बाजार दीपावली के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और ई-कॉमर्स की चुनौतियों का भी सामना करने के लिए अनेक नए कदम उठा रहे हैं और इस बार त्यौहारों के सीजन में बड़ा व्यापार करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

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