रोहतक: गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने मंजू हुड्डा को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर मंजू हुड्डा का मुकाबला हरियाणा के पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा से होगा. वीरवार को उन्होंने रोहतक में कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके पिता तुल्य हैं. वो उनका आशीर्वाद मांगने जरूर जाएंगी. उन्होंने कहा कि वो जनता के मुद्दों को लेकर कार्यकर्ताओं के बीच जाएंगी.
कौन हैं मंजू हुड्डा? बता दें कि मंजू हुड्डा फिलहाल रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं. उन्होंने 2 साल पहले ही राजनीति में कदम रखा था. मंजू हुड्डा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जिला परिषद के वार्ड नंबर 5 से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद वो सर्वसम्मति से जिला परिषद की चेयरपर्सन चुन ली गई. इसी दौरान वो बीजेपी में शामिल हो गई. हाल ही में उन्हें बीजेपी में युवा मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया गया था.
भूपेंद्र हुड्डा को दे पाएंगी टक्कर? गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा बीजेपी की टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने युवा मंजू हुड्डा पर ही विश्वास जताया. पिछली बार बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सतीश नांदल पहले ही अपनी दावेदारी छोड़ चुके थे. नांदल ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था. वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भारी मतों से जीत हासिल की थी.
जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं मंजू: मंजू हुड्डा ने कहा कि जिला परिषद की चेयरपर्सन के तौर पर वो इस क्षेत्र की समस्याओं को अच्छी तरह से समझती हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेतृत्व की ओर से उन्हें केवल इतना कहा गया था कि वो धरातल पर लोगों के लिए मेहनत करें. अब पार्टी ने उन्हें चुनाव लड़ने की बड़ी जिम्मेदारी दी है. मंजू हुड्डा ने कहा कि वो गुरुग्राम के एक साधारण परिवार से हैं. पिता प्रदीप यादव डीएसपी रहे.
गैंगस्टर है मंजू के पति: मंजू की शादी रोहतक के धामड़ गांव निवासी राजेश हुड्डा से हुई है. मंजू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि, उनके पति का पीछे चाहे कुछ भी अतीत रहा हो, लेकिन पिछले 10 साल से ऐसा कुछ नहीं है. वो एक समाजसेवी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं. पिता के बाद उन्होंने पति से बहुत कुछ सीखा है. राजनीति के अंदर वे पति के कहने से आई. बता दें कि मंजू हुड्डा के पति राजेश हुड्डा गैंगस्टर हैं. जिनके ऊपर हरियाणा और राजस्थान में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.