नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेशों पर अब दिल्ली सरकार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (होम) के पद पर एजीएमयूटी कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी मनीष कुमार गुप्ता की नियुक्ति की गई है. 1992 बैच के सीनियर आईएएस अश्विनी कुमार को दिल्ली नगर निगम का कमिश्नर नियुक्त करने के बाद उनकी जगह मनीष कुमार गुप्ता की नियुक्ति हुई है. इस बाबत गृह मंत्रालय की ओर से मंगलवार को आदेश जारी कर दिए गए. दिल्ली सरकार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (होम) का पद काफी अहम माना जाता है. क्योंकि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण (NCCSA) के मैंबर भी होते हैं.
मनीष कुमार गुप्ता से पहले अश्विनी कुमार दिल्ली सरकार में प्रधान सचिव (गृह) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. अश्विनी कुमार, केंद्र सरकार के बेहद भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं. दिल्ली के तीन नगर निगमों का विलय कर जब उनका एकीकरण किया गया था तो उनको ही एमसीडी के पहला स्पेशल ऑफिसर नियुक्त किया गया था. 2022 के बाद दिल्ली सरकार में रहने के बाद अब उनको हाल ही एमसीडी कमिश्नर की खास जिम्मेदारी दी गई. 1998 बैच के यूटी कैडर के सीनियर आईएएस ज्ञानेश भारती एमसीडी के कमिश्नर पद पर लंबे समय से बने हुए थे, जिनको केंद्र सरकार में भेजा गया था.
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इस बीच देखा जाए तो दिल्ली एडमिनिस्ट्रेशन में प्रधान सचिव (गृह) के पद पर किसी अधिकारी की नियुक्ति खास मायने रखती है. इसकी बड़ी वजह यह है कि सीएम की अध्यक्षता वाली एनसीसीएसए के दो अन्य मैंबर्स में चीफ सेक्रेटरी के अलावा दूसरे मैंबर दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव होते हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली ऑथोरिटी के पास ही सभी आईएएस और दानिक्स कैडर अफसरों की ट्रांसफर/पोस्टिंग से लेकर विजिलेंस और अनुशासनात्मक मामलों के संबंध में उपराज्यपाल (एलजी) को सिफारिशें करने की पावर है. हालांकि, सीएम की अध्यक्षता वाली इस ऑथोरिटी की ज्यादा पावर केंद्र सरकार की ओर से नियुक्त किए गए मैंबर्स (ब्यूरोक्रेट्स) के पास ही है. नवनियुक्त प्रधान सचिव (गृह) मनीष गुप्ता वर्तमान में दिल्ली सरकार के लैंड एंड बिल्डिंग विभाग के अलावा इंडस्ट्रीज और लेबर डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मुख्य सचिव के संभाल रहे थे.
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