कोटद्वार: तीलू रौतेली मातृ शक्ति क्रिकेट प्रतियोगिता का समापन हो गया है. उत्तराखंड की मातृ शक्ति के हाथों में आज तक आपने दरांती कुदाली देखी होगी लेकिन मातृ शक्ति के हाथों में पहली बार आधुनिक क्रिकेट मैदान में बल्ला और गेंद दिखाई दी.
कोटद्वार सत्तीचौड़ महादेव क्रिकेट मैदान में पहली बार 30 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं का क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया गया. टूर्नामेंट का 30 मार्च को भव्य रूप से आगाज किया गया था. गढ़वाल की वीर नारी तीलू रौतेली मातृ शक्ति क्रिकेट लीग में 12 टीमों ने प्रतिभाग किया. मंगलमय राइजिंगसन टीम हल्दूखाता विजेता बनी.
फाइनल मुकाबले का टाॅस हल्दूखाता टीम ने जीता टाॅस का और झंडा चौक टाइटल्स टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. झंडा चौक की टीम निर्धारित 10 ओवरों में तीन विकेट पर 51 ही बना सकी. हल्दूखाता की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 2 विकेट गंवा कर 8 ओवरों में 52 बना कर कोटद्वार के इतिहास में पहली महिला क्रिकेट प्रतियोगिता अपने नाम कर ली.
विजेता टीम हल्दूखाता राइजिंगसन को नकद धनराशि 15 हजार रुपए और ट्राफी प्रदान की गई. मुख्य अतिथि हंस फाउंडेशन के उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश के प्रभारी प्रमेन्द्र बिष्ट ने बताया कि 30 वर्ष से अधिक की महिलाओं का क्रिकेट टूर्नामेंट सुखद अनुभव रहा. प्रतियोगिता आगामी वर्ष भी भव्य रूप से आयोजित की जायेगी. अगले वर्ष उत्तराखंड के सभी जिलों टीमों को आमंत्रित किया जायेगा.
मातृ शक्ति क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में वुमेन ऑफ द मैच रीना जखमोला रहीं. रीना ने 2 ओवरों में 9 रन देकर 1 विकेट लिया. वहीं ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 12 गेंदों में 14 रन का अहम योगदान दिया. प्रतियोगिता की वुमेन ऑफ द टूर्नामेंट हल्दूखाता राइजिंगसन की बल्लेबाज रितु अमोली रहीं. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में सबसे अधिक 144 रन बनाए. इसके साथ ही रितु ने 7 विकेट लेकर ऑलराउंडर प्रदर्शन किया.
प्रतियोगिता के आयोजक प्रेम सिंह नेगी ने बताया 30 वर्ष से अधिक की महिलाओं में खेल के प्रति जागरूकता है. इस तरह की खेल प्रतियोगिता होने से मातृ शक्ति के साथ साथ नौनिहालों में खेल के लिए रुझान बढ़ेगा. कोटद्वार के युवाओं में शिक्षा के साथ खेल प्रतियोगिता में भविष्य उज्ज्वल बनेगा. आयोजन समिति में शिवानंद लखेड़ा, यूथ फाउंडेशन प्रभारी जयवीर नेगी, जयदेव, फाउंडेशन प्रभारी सुधांशु थपलियाल शामिल थे. सैकड़ों क्रिकेट प्रेमियों ने फाइनल मैच का आनंद लिया.
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