शिमला: हिमाचल प्रदेश में 1 जून को 4 लोकसभी सीट और 6 विधानसभा सीट पर चुनाव होने हैं. जिसको लेकर बीजेपी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. वहीं, कांग्रेस ने कई दौर के मंथन के बावजूद अभी तक सिर्फ दो लोकसभा उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह और विनोद सुल्तानपुरी के नाम की ही घोषणा कर पाई है. ऐसे में ईटीवी भारत ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से बातचीत की. इस दौरान प्रतिभा सिंह ने प्रत्याशियों के चयन में हो रही देरी की वजह बताई.
प्रतिभा सिंह ने कहा, "हमारी सहमति नहीं बन रही थी. जिसको लेकर हम लोगों ने गहरा चिंतन किया और उम्मीदवारों के नामों पर भी चर्चा किए हैं. इस चर्चा में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी थे. हमने एक साथ बैठकर प्रत्याशियों के नामों पर विस्तृत चर्चा की है. कुछ नामों पर हमारी सहमति नहीं बन रही थी. कुछ उन लोगों का मानना था कि ये ठीक है, कुछ हमारा मानना था कि ये लोग ठीक हैं. इसलिए हमने वक्त लिया है और दोबारा से इस पर मंथन करेंगे. फील्ड में उम्मीदवारों की क्या स्थिति है, उसकी भी दोबारा मंथन करेंगे. उसके बाद जब हम आश्वस्त हो जाएंगे कि ये विनिंग कैंडिडेट है तो फिर उनके नामों के ऊपर मुहर लगा दी जाएगी".
प्रतिभा सिंह ने कहा, हमारी प्राथमिकता है कि जो भी विनिंग कैंडिडेट होगा, हम उसे ही मैदान में उतारेंगे. हमारा उद्देश्य है कि चुनाव में सीट जीतनी है. इसलिए हम ऐसे उम्मीदवारों को उतारना चाहते हैं जो जीते और कांग्रेस की झोली में सीटें आए. इसलिए इस पर सोच विचार कर और गहरा मंथन के बाद जल्द ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करेंगे कि कौन हमारे शेष दो लोकसभा उम्मीदवार होंगे. वहीं, उपचुनाव के लिए 6 उम्मीदवारों के चयन पर सीईसी की बैठक में आखिरी फैसला होगा. हम इस चुनाव में अवश्य सभी सीटें जीतेंगे.
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