कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बादल फटने से यहां की सड़कें बुरी तरह से प्रभावित हुई है. यहां की मुख्य सड़क भी टूट गई है. जिसके चलते मलाणा पंचायत का संपर्क भी कट गया है. ऐसे में लोगों को यहां से आवाजाही करने के लिए खड़े पहाड़ चढ़ने पड़ते हैं. बुधवार को मलाणा गांव की दो गर्भवती महिलाएं लता और रवीना पैदल पहाड़ पार करके जरी पहुंची. गर्भावस्था में दोनों महिलाओं ने करीब 8 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया. जिसके बाद आगे उन्हें गाड़ी से ले जाकर तेगुबेहड अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
कुछ ही दिनों में होने वाली है डिलीवरी
बता दें कि दोनों महिलाएं गर्भवती हैं और सड़क सुविधा न होने के चलते उन्हें मलाणा में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. ऐसे में उन्हें गर्भावस्था में भी पहाड़ पार कर करीब 8 किलोमीटर का सफर तय कर अस्पताल पहुंचना पड़ा. अब दोनों महिलाएं अस्पताल में भर्ती कर दी गई हैं. गर्भवती महिला रवीना और लता ने बताया, "मलाणा में राशन मजदूरों के जरिए भेजा जा रहा है, लेकिन वो गांव वालों के लिए कम पड़ रहा है. इसके अलावा बीमार महिलाओं और बुजुर्गों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दोनों गर्भवती हैं और अब कुछ दिनों के बाद ही उनकी डिलीवरी भी होने वाली है. ऐसे में सड़क सुविधा न होने के चलते उन्हें खतरनाक पहाड़ी रास्तों से पैदल चलते हुए जरी सड़क मार्ग तक पहुंचना पड़ा और उसके बाद वहां से गाड़ी के जरिए वो अस्पताल में भर्ती हो गई हैं."
31 जुलाई के बाद से क्षतिग्रस्त है सड़क
गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को मलाणा में बादल फटा था. जिसके चलते मलाणा डैम क्षतिग्रस्त हो गया था, पार्वती नदी में बाढ़ आ गई थी और मलाणा की एकमात्र मुख्य सड़क भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिससे यहां पर गाड़ियों की आवाजाही मुमकिन नहीं है. लोग झूले के जरिए नदी को पार कर रहे हैं. सड़क सुविधा न होने से मलाणा पंचायत के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. खासकर बीमार और गर्भवती महिलाओं के लिए दिक्कतें और ज्यादा गंभीर हो गई है.
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