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पैदल पहाड़ पार कर अस्पताल पहुंची 2 गर्भवती महिलाएं, आपदा के बाद 22 दिनों से टूटी है मलाणा की सड़क - Malana Road Damaged

Malana 2 pregnant women crossed Mountain: जिला कुल्लू के मलाणा में 2 गर्भवती महिलाएं खतरनाक रास्तों से पैदल पहाड़ पार कर जरी पहुंची. जिसके बाद उन्हें तेगुबेहड अस्पताल में भर्ती करवाया गया. दोनों महिलाओं की कुछ समय बाद डिलीवरी होनी है, लेकिन सड़क सुविधा न होने के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Malana 2 pregnant women crossed Mountain
पहाड़ पार करती हुई गर्भवती महिला (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 22, 2024, 9:00 AM IST

Updated : Aug 22, 2024, 11:30 AM IST

खतरनाक पहाड़ी रास्ते से उतरी हुई गर्भवती महिला (ETV Bharat)

कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बादल फटने से यहां की सड़कें बुरी तरह से प्रभावित हुई है. यहां की मुख्य सड़क भी टूट गई है. जिसके चलते मलाणा पंचायत का संपर्क भी कट गया है. ऐसे में लोगों को यहां से आवाजाही करने के लिए खड़े पहाड़ चढ़ने पड़ते हैं. बुधवार को मलाणा गांव की दो गर्भवती महिलाएं लता और रवीना पैदल पहाड़ पार करके जरी पहुंची. गर्भावस्था में दोनों महिलाओं ने करीब 8 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया. जिसके बाद आगे उन्हें गाड़ी से ले जाकर तेगुबेहड अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

कुछ ही दिनों में होने वाली है डिलीवरी

बता दें कि दोनों महिलाएं गर्भवती हैं और सड़क सुविधा न होने के चलते उन्हें मलाणा में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. ऐसे में उन्हें गर्भावस्था में भी पहाड़ पार कर करीब 8 किलोमीटर का सफर तय कर अस्पताल पहुंचना पड़ा. अब दोनों महिलाएं अस्पताल में भर्ती कर दी गई हैं. गर्भवती महिला रवीना और लता ने बताया, "मलाणा में राशन मजदूरों के जरिए भेजा जा रहा है, लेकिन वो गांव वालों के लिए कम पड़ रहा है. इसके अलावा बीमार महिलाओं और बुजुर्गों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दोनों गर्भवती हैं और अब कुछ दिनों के बाद ही उनकी डिलीवरी भी होने वाली है. ऐसे में सड़क सुविधा न होने के चलते उन्हें खतरनाक पहाड़ी रास्तों से पैदल चलते हुए जरी सड़क मार्ग तक पहुंचना पड़ा और उसके बाद वहां से गाड़ी के जरिए वो अस्पताल में भर्ती हो गई हैं."

31 जुलाई के बाद से क्षतिग्रस्त है सड़क

गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को मलाणा में बादल फटा था. जिसके चलते मलाणा डैम क्षतिग्रस्त हो गया था, पार्वती नदी में बाढ़ आ गई थी और मलाणा की एकमात्र मुख्य सड़क भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिससे यहां पर गाड़ियों की आवाजाही मुमकिन नहीं है. लोग झूले के जरिए नदी को पार कर रहे हैं. सड़क सुविधा न होने से मलाणा पंचायत के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. खासकर बीमार और गर्भवती महिलाओं के लिए दिक्कतें और ज्यादा गंभीर हो गई है.

ये भी पढ़ें: मलाणा में फंसी 40 से अधिक गाड़ियां, टैक्सी चालकों ने सरकार से लगाई ये गुहार

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़-मनाली एनएच पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए जरूरी सूचना, 28 सितंबर तक सप्ताह में 2 दिन बंद रहेगा ये मार्ग

खतरनाक पहाड़ी रास्ते से उतरी हुई गर्भवती महिला (ETV Bharat)

कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बादल फटने से यहां की सड़कें बुरी तरह से प्रभावित हुई है. यहां की मुख्य सड़क भी टूट गई है. जिसके चलते मलाणा पंचायत का संपर्क भी कट गया है. ऐसे में लोगों को यहां से आवाजाही करने के लिए खड़े पहाड़ चढ़ने पड़ते हैं. बुधवार को मलाणा गांव की दो गर्भवती महिलाएं लता और रवीना पैदल पहाड़ पार करके जरी पहुंची. गर्भावस्था में दोनों महिलाओं ने करीब 8 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया. जिसके बाद आगे उन्हें गाड़ी से ले जाकर तेगुबेहड अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

कुछ ही दिनों में होने वाली है डिलीवरी

बता दें कि दोनों महिलाएं गर्भवती हैं और सड़क सुविधा न होने के चलते उन्हें मलाणा में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. ऐसे में उन्हें गर्भावस्था में भी पहाड़ पार कर करीब 8 किलोमीटर का सफर तय कर अस्पताल पहुंचना पड़ा. अब दोनों महिलाएं अस्पताल में भर्ती कर दी गई हैं. गर्भवती महिला रवीना और लता ने बताया, "मलाणा में राशन मजदूरों के जरिए भेजा जा रहा है, लेकिन वो गांव वालों के लिए कम पड़ रहा है. इसके अलावा बीमार महिलाओं और बुजुर्गों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दोनों गर्भवती हैं और अब कुछ दिनों के बाद ही उनकी डिलीवरी भी होने वाली है. ऐसे में सड़क सुविधा न होने के चलते उन्हें खतरनाक पहाड़ी रास्तों से पैदल चलते हुए जरी सड़क मार्ग तक पहुंचना पड़ा और उसके बाद वहां से गाड़ी के जरिए वो अस्पताल में भर्ती हो गई हैं."

31 जुलाई के बाद से क्षतिग्रस्त है सड़क

गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को मलाणा में बादल फटा था. जिसके चलते मलाणा डैम क्षतिग्रस्त हो गया था, पार्वती नदी में बाढ़ आ गई थी और मलाणा की एकमात्र मुख्य सड़क भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिससे यहां पर गाड़ियों की आवाजाही मुमकिन नहीं है. लोग झूले के जरिए नदी को पार कर रहे हैं. सड़क सुविधा न होने से मलाणा पंचायत के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. खासकर बीमार और गर्भवती महिलाओं के लिए दिक्कतें और ज्यादा गंभीर हो गई है.

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Last Updated : Aug 22, 2024, 11:30 AM IST
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