लखनऊ: भारत में महिलाओं के राजनीतिक और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 15 सितंबर 1984 को भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने महिला कांग्रेस की स्थापना की थी. रविवार को महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 'महिला सदस्यता अभियान' लॉन्च किया. उत्तर प्रदेश में 'महिला सदस्यता अभियान' की पर्यवेक्षक सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट अरफा खानम और उत्तर प्रदेश महिला कांग्रेस मध्यजोन की अध्यक्ष ममता चौधरी ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेसवार्ता की और महिला सदस्यता अभियान की प्रदेश में शुरुआत की.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध रही है. कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल कल (सोमवार) प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अजय राय के नेतृत्व में घटना की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने और पीडिता को न्याय दिलाने के उद्देश्य से अयोध्या जाएगा. खानम ने कहा कि महिला कांग्रेस ने महिलाओं की प्रमुख तीन मांगों (महिला सुरक्षा, महंगाई, महिला सशक्तिकरण) को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया गया जो उन्हें दिलाने तक निरंतर जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि देश की आधी आबादी कांग्रेस की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है. हमें उनकी आवाज बनकर उनके मुद्दों एवं समस्याओं को हल कराने के लिए संघर्ष करना होगा. महिला कांग्रेस स्थापना दिवस के अवसर पर हम महिला कांग्रेस की महिलाएं संकल्प लेते हैं कि प्रदेश भर में जहां कहीं भी महिलाओं पर अत्याचार की वारदात होगी, हम पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेंगे.
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