रामपुर: शिमला जिले के रामपुर में इस साल बादल फटने से 31 जुलाई की रात को समेज में आई बाढ़ ने 36 लोगों के परिवारों को आजीवन ऐसा दुख दिया जिसे भुलाना मुश्किल है लेकिन अब परिजन व क्षेत्र के लोग अकाल मौत के मुंह में समाए लोगों के लिए धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करने जा रहे हैं.
धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन इस त्रासदी में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए किया जा रहा है. आयोजनकर्ता प्रभात नेगी ने जानकारी देते हुए कहा "सभी प्रभावित परिवार 15 से 22 अक्टूबर तक समेज में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करने जा रहे हैं. 15 अक्टूबर को देवता जल नाग इस अनुष्ठान में पधारेंगे. 16 अक्टूबर को कलश यात्रा, स्वागत पुराण, पूजा, आरंभ मूल पाठ, श्रीमद्भागवत गीता श्रवण रहेगा.
वहीं, 17 से 21 अक्टूबर तक प्रातः कालीन पूजा सहित कथा श्रवण का आयोजन किया जाएगा. वहीं, 22 अक्टूबर को पूर्णाहुति के साथ ये महायज्ञ समाप्त हो जाएगा. आयोजकों का कहना है कि इस महायज्ञ के लिए पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं. इस अनुष्ठान में प्रभावित परिवारों के साथ अन्य क्षेत्र के लोग भी अपना योगदान देंगे.
अभी भी 16 लोगों का नहीं लग पाया कोई सुराग
समेज त्रासदी के दो माह 13 दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक 16 लोग लापता हैं. इन लोगों का आज दिन तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. परिजन अब धार्मिक अनुष्ठान करवाकर उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना करेंगे.
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