नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में गुरुवार को हजारों की संख्या में किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से महापड़ाव को लेकर यमुना प्राधिकरण पहुंचे. किसान वहां एक दिसंबर तक डटे रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने किसानों के पक्ष में कोई फैसला नहीं सुनाया तो किसान अपनी मांगों को लेकर दो दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे.
इस दौरान किसानों ने यमुना प्राधिकरण में घुसने का प्रयास किया, जिसपर उनकी पुलिस से नोंक झोंक भी हुई. किसानों के आंदोलन को देखते हुए मौके पर पर्याप्त पुलिस वालों को तैनात किया गया. किसानों ने इस दौरान प्राधिकरण के खिलाफ जमकर नारे लगाए. इससे पहले 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर सभी किसान इकट्ठा हुए थे और प्राधिकरण पर ही महापड़ाव की शुरुआत की थी.
संयुक्त किसान मोर्चे के नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि अभी तक आंदोलन के मुद्दों को लेकर सरकार की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. सरकार के पास एक दिसंबर तक का समय है. अगर सरकार सभी समस्याओं पर किसानों के पक्ष में फैसला ले लेती है तो किसान आंदोलन समाप्त कर देंगे. अगर वे ऐसा नहीं करते तो बड़ी संख्या में किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे. किसानों ने प्राधिकरण के अधिकारियों पर किसानों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह किसानों को गुमराह कर रहे हैं. किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार गंभीरता से मुद्दे हल करे नहीं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते है.
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