धमतरी: जिले में महानदी से नहर में पानी छोड़ा गया है. इससे 222 गांव के लोगों को जल संकट की समस्या से राहत मिलेगी. इस बीच गर्मी से राहत पाने के लिए ग्रामीण बच्चे नहर में घण्टों नहाने चले जाते है. नहर में पानी के तेज बहाव में छलांग लगाते हैं. ये बच्चे बिल्कुल कम उम्र के होते हैं और खेलते-खेलते नहर में नहाने लगते हैं. इनके साथ कोई जिम्मेदार या घर का बड़ा भी नहीं होता. ऐसे में थोड़ी सी चूक और लापरवाही किसी अनहोनी का कारण बन सकती है. नहर के आसपास न कोई निगरानी रहती है और अगर संकट आ जाये तो मदद भी मिलना असंभव है. वहीं, जिले के रूद्री नहर में नहाने गया एक बच्चा डूब गया.
धमतरी के रूद्री नहर में डूबा बच्चा: धमतरी के नहर में हादसों को लेकर चेतावनी बोर्ड नहीं लगाने के कारण एक बच्चा नहर में बह गया. धमतरी रुद्री के मुख्य नहर में नहाने गए 4 बच्चों में से एक बच्चा तेज बहाव में बह गया. बच्चे को गोताखोरों की टीम लगातार तलाश कर रही है. हालांकि शुक्रवार शाम को अंधेरा होने की वजह से सर्चिंग रोक दी गई है. फिलहाल बाकी तीन बच्चों से पुलिस पूछताछ कर रही है.बताया जा रहा है कि शुक्रवार की शाम कक्षा 9 वीं के चार छात्र परीक्षा खत्म होने के बाद मुख्य नहर की ओर नहाने गए हुए थे. वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट के आगे हनुमान मंदिर के पास नहाने के लिए पहुंचे. 2 दोस्त नहाने उतर गए, इसी दौरान तेज बहाव में डूबने लगे, जिसमें से एक बच्चे को बचा लिया गया. एक बच्चा बह गया, जो मराठा पारा का बताया जा रहा है.
एक बच्चा नहाते वक्त पानी के तेज बहाव में बह गया. बच्चे की तलाश की गई. रात होने और तेज बहाव के कारण सर्चिंग रोक दी गई है. शनिवार सुबह से फिर से सर्चिंग की जाएगी. बाकी बच्चों से पूछताछ की जा रही है.-विंकेश्वरि पिंदे, थाना प्रभारी रुद्री
नहरों में छोड़ा जा रहा पानी: दरअसल, गर्मी के सीजन में शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन की ओर से महानदी के मुख्य मुख्य नहर में पानी छोड़ा गया है. इसके चलते भीषण गर्मी में लोगों को राहत देने के लिए जिला प्रशासन ने पहल की है. शहर और गांवों के सूखते तालाबों को भरने और गिरते भू जल स्तर में सुधार लाने के लिए धमतरी समेत प्रदेश के चार जिलों के लिए गंगरेल बांध से निस्तारी पानी छोड़ा गया है. प्रति सेकेंड बांध से रूद्री बैराज में 3000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.यहां से महानदी मुख्य नहर में पानी जा रहा है, जल्द ही सहायक नहरों से शहर व गांवों के तालाबों में निस्तारी पानी पहुंचेगा.
मुझे जानकारी मिली है कि जलाशय से पानी निकलने से कई बच्चों की मौत हुई है. इसके लिए सबसे पहले जनजागरूकता जरूरी है. बच्चों के परिजनों को जाकर समझाना चाहिए कि बच्चों को तालाब के पास न जाने दिया जाए. इसके अलावा एजेंसियों से चर्चा कर हम बोर्ड लगाने की बात कहेंगे. ताकि बच्चों के जान को कोई खतरा न हो. -आंजनेय वार्ष्णेय, एसपी, धमतरी
20 दिनों तक छोड़ा जाएगा निस्तारी का पानी: इससे तालाबों की सेहत में सुधार आएगा. इसलिए 20 दिनों तक निस्तारी पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है, ताकि गिरते भू जलस्तर की सेहत सुधर सके. लेकिन दूसरी ओर मुख्य नहर में ऐसे कई जगहों पर न कोई चेतावनी है और न ही निगरानी. धमतरी में अलग-अलग समय में कई बच्चों की नहर में डूबने से मौत भी हुई है. फिर भी इस खतरे को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. तालाब में छलांग लागने वाले बच्चों का कहना है कि उनको कुछ नहीं होगा. उनके माता-पिता भी उन्हें नहीं रोकते.वहीं, इस बारे में धमतरी के एसपी ने जल्द ही उचित कदम उठाने की बात कह रहे हैं.