फरीदाबाद/नूंह/कुरुक्षेत्र : हरियाणा में डीएपी खाद लेने के लिए लोग लाइनों में लगे हैं और काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इस बीच हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा है कि हरियाणा में खाद की कोई कमी नहीं है और हर किसान को खाद दिया जाएगा.
फरीदाबाद में लंबी लाइन : फरीदाबाद में डीएपी लेने के लिए सुबह 6 बजे से लोग लाइनों में लगे हुए दिखे. बल्लभगढ़ के अनाज मंडी में HAFED की तरफ से बनाए गए सेंटर पर डीएपी पहुंचने के बाद लोगों की लंबी लाइन देखने को मिली. वहीं लोगों के भीड़ को कंट्रोल करने के लिए खाद केंद्र पर पुलिस के दो सिपाही भी लगाए गए हैं. सुबह 6 बजे से डीएपी लेने के लिए लाइन में लगे लोगों ने कहा पिछले डेढ़ महीने से डीएपी नहीं मिला, इसी वजह से आज इतनी लंबी लाइन लगी है. वहीं HAFED की तरफ से बनाए गए सेंटर के सेल्स मैनेजर ने कहा आज डीएपी की दो गाड़ियां आई हैं. काफी लोग सेंटर पर डीएपी लेने के लिए पहुंचे हैं. लोगों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए दो पुलिस के सिपाही भी लगाए गए हैं. शाम तक सभी लोगों को डीएपी खाद मिल जाएगी. किसी को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी, क्योंकि एक व्यक्ति पर पांच बैग डीएपी खाद दी जा रही है.
नूंह के बिछोर में भी डीएपी के लिए भारी भीड़: वहीं नूंह के कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी कहा था कि आगामी 30 नवंबर तक किसी प्रकार की कोई खाद की दिक्कत किसान को नहीं होने दी जाएगी, लेकिन अधिकारियों के इस दावे के बावजूद भी बुधवार को नूंह जिले के उजीना गांव में खाद लेने के लिए किसानों qJ महिलाओं की लंबी लाइन लगी रही. बिछोर में डीएपी खाद की गाड़ी आने की खबर जैसे ही किसानों को लगी तो उसे पुलिस थाना बिछोर में खड़ा करवाया गया ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनी ना हो सके. जब इस बारे में कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ वीरेंद्र देव आर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बीते साल 2023 में अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर में 3874 मीट्रिक टन की बिक्री हुई थी. यहां 32,000 हेक्टेयर में सरसों और 63,000 हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई होती है. इस साल हमारे पास 1 अक्टूबर से 5 नवंबर तक 5691 मीट्रिक टन डीएपी आ चुका है, जिसमें से 5054 किसानों को उसका वितरण किया जा चुका है. 637 मीट्रिक टन डीएपी हमारे पास उपलब्ध है. किसानों को यकीन दिलाते हुए डीडीए नूंह ने कहा कि किसानों को खाद की कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.
सीएम बोले- हर किसान को देंगे डीएपी : वहीं, खाद की कमी के सवाल पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में डीएपी खाद की कमी नहीं है. जितनी डीएपी खाद की खपत पिछले वर्ष हरियाणा में हुई थी, उतनी खाद पहुंच चुकी है. अगर फिर भी कमी रहती है तो और भी खाद मंगाई जाएगी, हर किसान को डीएपी खाद दी जाएगी. वहीं, पराली में आग लगाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि किसान भाई फसल अवशेष में आग लगाकर अपने साथ-साथ अपने आसपास वातावरण को भी खराब कर रहे हैं. आग लगाना विकल्प नहीं है, जो योजनाएं सरकार की ओर से किसानों के लिए बनाई गई है, उनका फायदा उठाएं. हरियाणा के किसानों को ऐसे कृषि यंत्र 50 फीसदी अनुदान पर दिए जाते हैं, जिससे फसल अवशेष प्रबंधन होता है. वहीं किसानों को अन्य प्रकार से अवशेष का प्रबंधन करने के लिए 1000 रुपए प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. किसान पराली को बेचकर पैसे भी कमा सकते हैं, इसलिए आग ना लगा कर उसका प्रबंध करें.
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