दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा में तीन नक्सलियों ने सरेंडर किया है.इसमें से एक महिला नक्सली भी है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति और पुलिस के लोन वर्राटू (घर वापस आईए) अभियान के तहत नक्सली अब समाज की मुख्यधारा से जुड़ना चाहते हैं. इसी कड़ी में दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय और एएसपी रामकुमार वर्मन के सामने तीन नक्सलियों ने हथियार डाले.
लोन वर्राटू अभियान का असर : पिछले कुछ महीनों में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ ने समाज की मुख्य धारा से भटके हुए लोगों को वापस घर लौटने में काफी मदद की है. नक्सलियों से लगातार संवाद किया जा रहा है. प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांव-गांव तक किया जा रहा है. जिसका नतीजा ये है कि नक्सली अब खुद को आतंक के बवंडर से निकालना चाहते हैं.नक्सली आत्मसमर्पण नीति का फायदा उठाते हुए समाज की मुख्य धारा से जुड़ना चाहते हैं.
महिला नक्सली समेत तीन का सरेंडर : पुलिस के मुताबिक नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा और शोषण से तंग आकर नक्सली लगातार हथियार डाल रहे हैं.इसी कड़ी में गंगालूर, भैरमगढ़ एवं कटेकल्याण एरिया कमेटी के प्रतिबंधित संगठन में काम कर रहे तीन नक्सलियों ने सरेंडर किया है. जिनमें मनकेली पेद्दाकोरमा पंचायत जनमिलिशिया सदस्य संजय बारसे , कुन्ना पंचायत कमेटी सदस्य सुकड़ा मड़कामी और ग्राम फुलगट्टा संघम सदस्या रिना कोरसा पति बुड़ता वेको शामिल हैं.
सरकारी योजनाओं का मिलेगा लाभ : दंतेवाड़ा एसपी ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना के तहत 25-25 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि समेत दूसरी सुविधाएं देने की बात कही. आपको बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 180 ईनामी नक्सली सहित कुल 820 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.