दौसा. लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा की ओर से अपने प्रत्याशियों की घोषणा के बाद बुधवार को दोनों ही दलों के प्रत्याशियों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया. साथ ही कांग्रेस से बागी होकर नरेश मीणा ने भी निर्दलीय अपना नामांकन दाखिल किया है. हालांकि नामांकन के दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में गुटबाजी देखने को मिली.
बुधवार को सबसे पहले दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा ने 11 बजे जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पेश होकर दौसा लोकसभा प्रत्याशी के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ पूर्व मंत्री ममता भूपेश, पूर्व विधायक गजराज खटाना, पीआर मीणा सहित कांग्रेस के कई नेता शामिल रहें, लेकिन नामांकन के दौरान लालसोट से पूर्व विधायक और कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मंत्री रहे परसादी लाल मीणा नदारद रहे. वहीं, नामांकन के बाद मुरारी लाल मीणा ने कहा कि पार्टी ने जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया. इसे लेकर आमजन में जबरदस्त उत्साह है.
साढ़े 11 बजे भाजपा प्रत्याशी ने भरा नामांकन : वहीं 11:15 बजे भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा अपने समर्थकों के साथ दौसा कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान उनके साथ बांदीकुई विधायक भागचंद टांकड़ा, महुवा विधायक राजेंद्र मीणा, लालसोट विधायक रामविलास मीणा सहित कई भाजपा नेता मौजूद रहे. ऐसे में साढ़े 11 बजे जिला निर्वाचन अधिकारी देवेंद्र कुमार यादव के समक्ष पेश होकर कन्हैयालाल मीणा ने लोकसभा प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान दौसा के फायर ब्रांड नेता के रूप में पहचान रखने वाले और राज्य सरकार में कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा और सांसद जसकौर मीणा नामांकन के दौरान नदारद रहे.
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नरेश मीणा ने दाखिल किया नामांकन : कांग्रेस से बागी होकर लोकसभा चुनाव के मैदान में कूदे नरेश मीना भी सवा 11 बजे जयपुर से दौसा कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद रहे. ऐसे में 11:45 बजे नरेश मीणा ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करने के बाद नरेश मीणा ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा- पार्टी के नेताओं ने मुझे भरोसा देकर कांग्रेस ज्वॉइन करवाई, लेकिन मुझे टिकट नहीं देकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने मेरे साथ छलावा किया है. इसके बाद नरेश मीना कलेक्ट्रेट के सामने कनक दंडवत देते सोमनाथ महादेव मंदिर पहुंचे. उनका ये कारनामा अब सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीना पर परिवार की राजनीति करने के आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा कि 'मुझे उम्मीद है चुनाव में सचिन पायलेट और डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना का मुझे आशीर्वाद मिलेगा. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति निर्दलीय चुनाव लड़ना नहीं चाहता है, लेकिन मेरे जैसे सामान्य परिवार से आने वाला व्यक्ति जो वर्षों से राजनीति में है, मैंने आंदोलन की राजनीति कर जनता की सेवा की है, लेकिन जब चुनाव लड़ने के लिए पार्टी से टिकट मांगते हैं और पार्टी टिकट नहीं देती है. ऐसे में खुद को साबित करने के लिए, खुद को राजनीति में जिंदा रखने के लिए, परिवार की और भाई भतीजावाद की राजनीति करने वालों को आईना दिखाने के लिए चुनाव लड़ना पड़ता है. साथ ही कहा कि जब मैं दौसा लोकसभा से चुनाव जीतकर लोकसभा में जाऊंगा तो, जिस कांग्रेस पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया, उसे भी इसके लिए पाश्चताप करना पड़ेगा.
सचिन पायलेट की चलती तो, टिकट मुझे मिलताः उन्होंने आगे कहा कि 'सचिन पायलेट और डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना दोनों ही नेता मेरे आदर्श हैं. मुझे ये नहीं पता कि किरोड़ीलाल का मन किसकी तरफ है. मुझे ये भी नहीं पता कि मुरारी लाल मीना को किसने टिकट दिया, लेकिन अगर सचिन पायलेट की चलती तो दौसा से लोकसभा का टिकट मुझे जरूर मिलता.