चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हरियाणा में भी राजनीति तेज होने लगी है. चुनाव से पहले सूबे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चरम पर पहुंच गया है. जीत में कहीं कोई कमी न रह जाए इसलिए क्या क्या विपक्ष क्या सत्ता पक्ष कोई भी एक-दूसरे पर आरोप लगाने से परहेज नहीं कर रहा है. सूबे में चुनाव भले ही मई के अंत में है, लेकिन अभी से सियासी जगत का तापमान हाई हो गया है. बीजेपी और कांग्रेस के नेता दोनों प्रदेश की सभी लोकसभा सीट जीतने का दावा कर रहे हैं.
सभी 10 सीटें जीतने का दावा: भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा के दो बार सांसद रहे चौधरी धर्मवीर सिंह पर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया है. धर्मवीर सिंह ने अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. चौधरी धर्मवीर सिंह ने विपक्ष को हर लिहाज से विफल बताते हुए कहा कि बीजेपी पहले से ज्यादा वोट हासिल कर बड़े मार्जिन से जीत हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम मोदी की सोच है और दूसरी तरफ छोटे-छोटे दल. उन्होंने कांग्रेस को भी छोटा दल बताया और कहा कि कांग्रेस पिछले दो चुनावों में विपक्ष का दर्जा हासिल करने को लेकर 10 फीसदी सीटें भी नहीं जीत पा रही और एस बार तो 10 फीसदी सीटें जीतने का मतलब ही नहीं बचा. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी द्वारा महिलाओं को नौकरियों में 50 फीसदी आरक्षण देने के दावे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो पहले अपने घर में इसे लागू करें. राहुल गांधी अपनी छोटी बहन प्रियंका को तो पीछे हटा रहे हैं.
कांग्रेस और आप गठबंधन पर चुटकी: वहीं, हरियाणा में कांग्रेस और आप गठबंधन पर चुटकी लेते हुए चौधरी धर्मवीर सिंह ने कहा कि गठबंधन का मतलब ही गलत होता है. जिसमें गांठ हो, वो बंधन ज्यादा नहीं चलता. हरियाणा में रोहतक को छोड़ किसी भी लोकसभा सीट पर कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं है. हर सीट पर जो उम्मीदवार थे, वो अब टिकट लेने से बच रहे हैं. अब कांग्रेस की टिकट का मतलब अपने आपको फंसाना मानने लगे हैं.
मोदी की गारंटी सफलता और विकास की गारंटी- अशोक तंवर: झज्जर के बहादुरगढ़ पहुंचे सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अशोक तंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी सफलता और विकास की गारंटी है. अशोक तंवर का कहना है कि वह विभिन्न मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे और अपने समर्थन में वोट की अपील करेंगे.
संजय भाटिया का कांग्रेस पर वार: मनोहर लाल के करनाल लोकसभा से प्रत्याशी घोषित होने के बाद बीजेपी में जश्न का माहौल है. वहीं, करनाल में होली खेलने के बाद सांसद संजय भाटिया ने कहा कि हर के मन में मनोहर बसते हैं, जब से मनोहर लाल की लोकसभा के लिए टिकट अनाउंस हुई है तब से हर कार्यकर्ता में उत्साह है. पिछली बार जब हुड्डा सरकार का जब शासन था तब नौकरियां बिकती थी, नौकरियां जाति के आधार पर दी जाती है. नौकरियां सिफारिश के आधार पर दी जाती थी, लेकिन मनोहर सरकार में मेहनत के नाम पर नौकरी मिली है. बीजेपी जाति की राजनीति नहीं करती, बल्कि बाकी पार्टियां जाति की राजनीति करते हैं. कांग्रेस की घटिया सोच के कारण बीजेपी का संगठन इतना बड़ा हुआ है. इंडिया गठबंधन के लोग एक दूसरे को गालियां दे रहे हैं. हमारा किसी के साथ भी गठबंधन रहा हो, हम किसी के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं करते.
सीएम नायब सैनी पर सुशील गुप्ता का तंज: कैथल पहुंचे इंडिया गठबंधन उम्मीदवार सुशील गुप्ता ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर तंज कसते हुए कहा "जिनकी पत्नी जिला परिषद के चुनाव में भी चौथे नंबर पर रही हों, भला इस तरह के लोगों की कैसी लोकप्रियता होगी और कैसा लोकप्रिय मुख्यमंत्री प्रदेश को मिला है. कुरुक्षेत्र जिले के तमाम गांव में लोगों का कहना है कि सांसद बनने के बाद नायब सैनी एक दिन भी उनके गांव में नहीं आए. हमने मनोहर लाल को अपराध और बेरोजगारी के आंकड़े बताने के लिए बोला था, साथ ही निवेदन किया था की यदि आपके पास आंकड़े नहीं है, तो आप जनता के बीच में आओ और कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ो. यहां की जनता बता आपको बता देगी कि प्रदेश में अपराध और बेरोजगारी के क्या आंकड़े हैं."
गठबंधन टूटने पर बरसे सुशील गुप्ता: प्रदेश में बीजेपी-जेजेपी दोनों पार्टियों के गठबंधन टूटने पर सुशील गुप्ता ने कहा कि यह सब एक ड्रामेबाजी है, सोची समझी नीति के तहत समझौता हुआ था और सोची समझी नीति के साथ ही समझौता टूटा है. यह सिर्फ वोट काटने का काम करेंगे, लेकिन प्रदेश की जनता सब देख चुकी है. काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती, अबकी बार वह हांडी जल जाएगी.
हरियाणा में सीएम बदलने पर राज्यसभा सांसद का बड़ा बयान: चरखी दादरी दौरे पर पहुंचे राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने हरियाणा में सीएम का चेहरा बदलने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा "पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुजुर्ग हो गए थे, इसलिए युवा नेता नायब सिंह सैनी को प्रदेश का सीएम बनाकर मौका दिया गया है. हरियाणा की सियासत में भूचाल नहीं आया बल्कि शांति से केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला लिया है. अब नायब सैनी के सीएम बनने से विकास की गति लगातार जारी रहेगी."
इंडिया गठबंधन पर तंज: राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने इंडिया महागठबंधन को लेकर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा "कांंग्रेस पार्टी नेतृत्व विहीन है। कांग्रेस में कोई आये या जाये कांग्रेसियों को कोई फर्क नहीं पड़ता. राहुल गांधी को देश-प्रदेश की जनता ने नकार दिया है। इंडिया महागठबंधन का कोई भविष्य नहीं है और पूरा देश पीएम मोदी के साथ है. भाजपा-जजपा गठबंधन टूटने पर भाजपा का जजपा से चुनाव लड़ने का नहीं केवल सरकार चलाने का गठबंधन था. जजपा और भाजपा की अलग-अलग राजनीतिक विचारधारा है. इसलिए चुनाव भी अकेले ही लड़ेंगे. प्रधानमंत्री मोदी की सोच के अनुरूप नायब सैनी को हरियाणा का सीएम बनाया गया है."
EVM पर सवाल उठाने वालों पर अनिल विज का तंज: विपक्षी पार्टियों द्वारा ईवीएम को लेकर उठाए गए सवालों पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा "हारने वाली पार्टियों के लिए ईवीएम हमेशा है विलेन रहा है. हम ज्योतिष नहीं जानते, लेकिन इन्हीं बातों से पता चल जाता है कि किसकी क्या दुर्गति होने वाली है."
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार दी जा रही लोकलुभावनी गारंटी पर अनिल विज ने सवाल किया है कि आखिर कौन सी कांग्रेस ने गारंटी दी है, भूपेंद्र हुड़्डा की कांग्रेस, सैलजा की कांग्रेस या राहुल गांधी की कांग्रेस ने.
जेजेपी पर अभय चौटाला तंज: सिरसा दौरे पर पहुंचे इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) नेता अभय चौटाला ने हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी गठबंधन टूटने पर जेजेपी के भविष्य को लेकर बयान दिया है. अभय चौटाला ने कहा "जेजेपी ने नयी पार्टी के तौर पर 17 प्रतिशत वोट लिए थे, जो कि इनेलो के थे. इस बार उनके वोट प्रतिशत 0.7 प्रतिशत रह जाएगा जो कि एक प्रतिशत से भी कम होगा और जेजेपी नोटा से भी कम पर रह जाएगी. जेजेपी की जो हालत राजस्थान में हुई थी, वहीं हालत हरियाणा में भी होगी. वहीं, अभय चौटाला ने कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार को यह आशंका थी कि जेजेपी के साथ बीजेपी भी हरियाणा में खत्म हो जाएगी, इसलिए गठबंधन तोड़ा गया और सीएम का चेहरा बदला गया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चेहरा बदलने से भी कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला है.
अभय चौटाला ने कांग्रेस और AAP पर साधा निशाना: अभय चौटाला ने भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा के समझौता तोड़ने का समझौता वाले बयान पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा "भूपेंद्र हुड्डा के पिछले 10 साल के सारे निर्णय बीजेपी के पक्ष में थे. बीजेपी की सरकार अगर आएगी तो केवल कांग्रेस की वजह से आएगी. बीजेपी और कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को खत्म करना चाहते हैं. बीजेपी और कांग्रेस के नेता तो हमेशा से SYL पर राजनीति करते हैं. अब आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस के साथ मिलकर हरियाणा में लोकसभा चुनाव लड़ने वाली है तो 10 की 10 लोकसभा सीट अकेले लड़ने का दावा करने वाले भूपेंद्र हुड्डा ने कैसे सरेंडर कर दिया. ये सिर्फ SYL पर राजनीति करते हैं. इन्हें हरियाणा के हितों से कोई मतलब नहीं."
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