जयपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के तहत राजस्थान की 12 सीटों पर बुधवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन रहा. प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर पहले चरण में मतदान 19 अप्रैल को होगा. कांग्रेस और बीजेपी के सतह अन्य राजनीतिक दलों ने भी उम्मीदवार उतार दिया. हालांकि, पहले चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव में कमोबेश सभी 12 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी का सीधा मुकाबला है, लेकिन 2 सीटें ऐसी है जहां RLP और CPIM कांग्रेस के साथ गठबंधन करके मैदान में है. यानी इन 12 सीटों के सियासी मिजाज पर नजर डालें तो आधा दर्जन लोकसभा सीट ऐसी हैं, जो हॉट सीट बनी हुई हैं. यहां दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ दलबदलू दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है.
पहले चरण में 12 सीटों पर मुकाबला : पहले चरण में प्रदेश की 12 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा, जिसमें जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, चूरू, सीकर, झुंझुनू, बीकानेर, गंगानगर, अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली-धौलपुर और नागौर की सीटें शामिल हैं. इसमें श्रीगंगानगर से बीजेपी की प्रियंका बैलान तो कांग्रेस ने कुलदीप इंदौरा को मैदान में उतारा है. जबकि बीकानेर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद राम मेघवाल से मुकाबला है. चूरू में भाजपा ने मौजूदा सांसद राहुल कस्वां का टिकट काट कर पैरालंपिक खिलाड़ी देवेंद्र झाझड़िया को टिकट दिया है. वहीं, कांग्रेस ने भाजपा से आए राहुल कस्वां को ही अपना प्रत्याशी बना दिया.
सीकर से बीजेपी ने फिर से सुमेधानंद स्वामी को प्रत्याशी बनाया तो कांग्रेस ने इस सीट पर माकपा के अमराराम को समर्थन दिया. इसी तरह से नागौर सीट पर भी बीजेपी ने पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने वाली पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को टिकट दिया तो कांग्रेस ने इस सीट पर भी आरएलपी के हनुमान बेनीवाल को समर्थन दिया. यह वही सीट है, जब 2019 के चुनाव में कांग्रेस से ज्योति मिर्धा तो भाजपा RPL के हनुमान बेनीवाल के साथ चुनाव लड़ा था. जयपुर ग्रामीण भाजपा ने शाहपुरा राजपरिवार के सदस्य और पूर्व उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह को तो कांग्रेस ने युवा चेहरे के तौर पर अनिल चोपड़ा को मैदान में उतारा.
जयपुर शहर भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक वोट से जीतने वाले सांसद रामचरण बोहरा का टिकट काट महिला ब्राह्मण चेहरे के तौर पर मंजू शर्मा को तो कांग्रेस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास पर दांव खेला है. इसी तरह से अलवर से बीजेपी के भूपेंद्र यादव तो कांग्रेस के ललित यादव को मैदान में उतारा है. भरतपुर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां से बीजेपी के रामस्वरूप कोली तो कांग्रेस की संजना जाटव का सीधा मुकाबला है. इसी तरह से करौली-धौलपुर से बीजेपी ने महिला प्रत्याशी के टूर पर इंदु देवी जाटव को तो कांग्रेस ने भजनलाल जाटव को उम्मीदवार बनाया है. दौसा सीट पर बीजेपी के कन्हैयालाल मीणा को तो कांग्रेस के पूर्व मंत्री मुरारी लाल मीणा पर दांव खेला है.
पहले चरण की हॉट लोकसभा सीट : पहले चरण में 12 सीटों पर होने चुनाव के सियासी माहौल पर नजर डालें तो करीब आधा दर्जन सीटें ऐसी हैं जो हॉट बनी हुई हैं. इन हॉट सीटों पर कहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और भूपेंद्र उडाव की, तो कहीं पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत और मौजूदा सीएम भजनलाल शर्मा की प्रतिष्ठा दांव पर है. इनके अलावा बीजेपी छोड़ कांग्रेस में गए राहुल कस्वां और कांग्रेस से गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हनुमान बेनीवाल और माकपा के अमराराम सहित कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है.
इन सीटों पर साख दांव पर :
नागौर - इस लोकसभा सीट पर बीजेपी की प्रत्याशी ज्योति मिर्धा और RLP उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल के बीच सीधा मुकाबला है. इस चुनाव में हनुमान बेनीवाल का राजनीतिक वर्चस्व दांव पर है, क्योंकि RLP विधानसभा चुनाव में कुछ ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. हनुमान बेनीवाल इस मिथक को तोड़ने की कोशिश करेंगे कि पिछली बार जब भाजपा से गठबंधन कर इसी सीट पर जब जीत हासिल की थी, वो मोदी मैजिक नहीं था. इस सीट की खास बात ये भी है कि मुकाबला पिछले प्रत्याशियों के बीच में ही है, बस अंतर है तो इतना कि पहले ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस और हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी से गठबंधन करके चुनावी मैदान में थे. अब ज्योति मिर्धा भाजपा की प्रत्याशी हैं और हनुमान बेनीवाल कांग्रेस से गठबंधन पर हैं.
चूरू - इस सीट पर मुकाबल बड़ा रोचक इस लिए बन गया, क्योंकि बीजेपी ने मौजूदा सांसद राहुल कस्वां का टिकट काट कर जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) के स्टार खिलाड़ी देवेंद्र झाझड़िया को मैदान में उतार दिया. उधर राहुल कस्वां होकर भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल ही नहीं हुए, बल्कि कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी भी घोषित कर दिया. अब इस सीट पर राहुल कस्वां की साख दांव पर है. ऐसे में माना जा रहा है कि यहां कांग्रेस-बीजेपी को कड़ी चुनौती दे सकती है.
बीकानेर और अलवर - ये दोनों वो लोकसभा सीटे हैं जहां केंद्रीय मंत्री मैदान में है. बीकानेर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल तो अलवर से भूपेंद्र यादव. अर्जुन राम मेघवाल का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद राम मेघवाल से है. जबकि अलवर से बालक नाथ के विधायक बनने की स्थिति में पार्टी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मैदान में उतरा है. भूपेंद्र यादव का मुकाबला कांग्रेस के ललित यादव से है. खास बात है कि अलवर से कांग्रेस के पूर्व सांसद करण सिंह यादव सहित पूर्व विधायक और बड़ी संख्या में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा दमन थामा था. ऐसे में इस सीट का मुकाबला भी रोचक होने वाला है.
सीकर - इस लोकसभा सीट पर भाजपा ने फिर से मौजूदा सांसद सुमेधानंद स्वामी को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए माकपा के लिए इस सीट को खाली छोड़ दिया. कांग्रेस समर्थन के साथ माकपा के अमराराम सुमेधानंद से मुकाबला करेंगे. कांग्रेस के इस सीट पर गठबंधन करने से यह सीट हाई प्रोफाइल बन गई है.
दौसा - इस सीट पर मुकाबला इस लिए रोचक हो गया, क्योंकि बीजेपी के पूर्व मंत्री कन्हैयालाल मीणा को मैदान में उतारा है. जबकि इस सीट के लिए माना जा रहा था कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा अपने भाई जगमोहन मीणा को टिकट दिलवाना चाहते थे. चर्चा इस बात की भी सामने आई कि भाई के टिकट नहीं मिलने से किरोड़ी नाराज हैं. हालांकि, किरोड़ी लाल मीणा ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर इन सब आरोपों का खंडन किया. कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व मंत्री मुरारी लाल मीणा पर दांव खेला है.