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चंडीगढ़ में मतदान कल, बीजेपी और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला - lok sabha election 2024 - LOK SABHA ELECTION 2024

lok sabha election 2024: लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में यान एक जून को चंडीगढ़ में मतदान होना है. मतदान की तैयारी पूरी हो चुकी है. मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. दोनों दल के कार्यकर्ता डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं.

चंडीगढ़ में मतदान कल
चंडीगढ़ में मतदान कल (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : May 31, 2024, 3:52 PM IST

चंडीगढ़: चंडीगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी ने जहां संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया है वहीं कांग्रेस ने मनीष तिवारी को टिकट दिया है. कांग्रेस को चंडीगढ़ में आप का समर्थन प्राप्त है. दोनों प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार के दौरान सारी ताकत झोंक दी. कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी ने प्रचार किया तो बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई नेता आए.

दोनों दलों के नए उम्मीदवार: पिछले दो लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी किरण खेर को प्रत्याशी बनाती रही है. वहीं कांग्रेस पवन बंसल को टिकट देती रही है. लेकिन इस बार दोनों दलों ने नये उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं. बीजेपी ने किरण खेर का टिकट काट कर संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने पवन बंसल के जगह मनीष तिवारी को मौका दिया.

कांग्रेस की चुनौती: कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर बीजेपी ने बाहरी होने का मुद्दा बनाया. बीजेपी नेताओं का कहना है कि मनीष तिवारी लुधियाना से चुनाव लड़े फिर आनंदपुर साहिब से चुनाव लड़े. आज भी लुधियाना में वोटर लिस्ट में उनका नाम है. ऐसे में चंडीगढ़ की जनता के लिये वे सर्वसुलभ नहीं हो सकते. वहीं पवन बंसल का टिकट कटने पर उनकी नाराजगी अब तक दुर नहीं हुई है. वे चुनाव प्रचार से लगभग दूरी ही रहे. पवन बंसल की नाराजगी कहीं भारी न पड़ जाए. हालांकि मनीष तिवारी को आप को पूरा समर्थन मिल रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद रोड शो करने के लिये चंडीगढ़ आये थे.

बीजेपी की चुनौती: कांग्रेस नेता बीजेपी के पूर्व सांसद किरण खेर पर चंडीगढ़ से अनुपस्थित रहने और जनता से दूर रहने का आरोप लगाते रहे हैं. हालांकि खुद किरण खेर और बीजेपी नेता इस पर कई बार सफाई भी दी है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि किरण खेर पिछले दो तीन से लगातार बीमारी से जूझ रही थी,ऐसे में किसी तरह का आरोप लगाना ठीक नहीं है. कांग्रेस नेताओं का यह भी कहना है कि बीजेपी ने दस साल में चंडीगढ़ में कोई काम नहीं किया. चंडीगढ़ की समस्य़ा का समाधान नहीं हुआ.

बसपा प्रत्याशी का आरोप: बसपा प्रत्याशी रितु सिंह ने कांग्रेस और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि "दोनों ही पार्टियां ठग हैं, जिन्होंने लोगों के लिए काम नहीं किया है. कांग्रेस बड़े मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती है. आज चंडीगढ़ के लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन उसका समाधान नहीं किया गया". रितु सिंह चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मनीष तिवारी के प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंच गयी और अपने सवालों का जवाब जनाना चाहा. मनीष तिवारी ने कहा कि "पिछले 10 वर्ष में भारतीय जनता पार्टी की देश में सरकार रही है. ऐसे में जवाब भारतीय जनता पार्टी से मांगना चाहिए. चंडीगढ़ शहर कांग्रेस की देन है. शहर बनाने से लेकर हाउसिंग बोर्ड के मकान बनाने तक कांग्रेस द्वारा काम किया गया है".

ये भी पढ़ें: भाजपा का संकल्प पत्र सिर्फ झूठ की गारंटी से ज्यादा कुछ नहीं -कांग्रेस

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ में आज थम जाएगा चुनाव प्रचार का शोर, नेताओं ने झोंकी पूरी ताकत

चंडीगढ़: चंडीगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी ने जहां संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया है वहीं कांग्रेस ने मनीष तिवारी को टिकट दिया है. कांग्रेस को चंडीगढ़ में आप का समर्थन प्राप्त है. दोनों प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार के दौरान सारी ताकत झोंक दी. कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी ने प्रचार किया तो बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई नेता आए.

दोनों दलों के नए उम्मीदवार: पिछले दो लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी किरण खेर को प्रत्याशी बनाती रही है. वहीं कांग्रेस पवन बंसल को टिकट देती रही है. लेकिन इस बार दोनों दलों ने नये उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं. बीजेपी ने किरण खेर का टिकट काट कर संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने पवन बंसल के जगह मनीष तिवारी को मौका दिया.

कांग्रेस की चुनौती: कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर बीजेपी ने बाहरी होने का मुद्दा बनाया. बीजेपी नेताओं का कहना है कि मनीष तिवारी लुधियाना से चुनाव लड़े फिर आनंदपुर साहिब से चुनाव लड़े. आज भी लुधियाना में वोटर लिस्ट में उनका नाम है. ऐसे में चंडीगढ़ की जनता के लिये वे सर्वसुलभ नहीं हो सकते. वहीं पवन बंसल का टिकट कटने पर उनकी नाराजगी अब तक दुर नहीं हुई है. वे चुनाव प्रचार से लगभग दूरी ही रहे. पवन बंसल की नाराजगी कहीं भारी न पड़ जाए. हालांकि मनीष तिवारी को आप को पूरा समर्थन मिल रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद रोड शो करने के लिये चंडीगढ़ आये थे.

बीजेपी की चुनौती: कांग्रेस नेता बीजेपी के पूर्व सांसद किरण खेर पर चंडीगढ़ से अनुपस्थित रहने और जनता से दूर रहने का आरोप लगाते रहे हैं. हालांकि खुद किरण खेर और बीजेपी नेता इस पर कई बार सफाई भी दी है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि किरण खेर पिछले दो तीन से लगातार बीमारी से जूझ रही थी,ऐसे में किसी तरह का आरोप लगाना ठीक नहीं है. कांग्रेस नेताओं का यह भी कहना है कि बीजेपी ने दस साल में चंडीगढ़ में कोई काम नहीं किया. चंडीगढ़ की समस्य़ा का समाधान नहीं हुआ.

बसपा प्रत्याशी का आरोप: बसपा प्रत्याशी रितु सिंह ने कांग्रेस और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि "दोनों ही पार्टियां ठग हैं, जिन्होंने लोगों के लिए काम नहीं किया है. कांग्रेस बड़े मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती है. आज चंडीगढ़ के लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन उसका समाधान नहीं किया गया". रितु सिंह चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मनीष तिवारी के प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंच गयी और अपने सवालों का जवाब जनाना चाहा. मनीष तिवारी ने कहा कि "पिछले 10 वर्ष में भारतीय जनता पार्टी की देश में सरकार रही है. ऐसे में जवाब भारतीय जनता पार्टी से मांगना चाहिए. चंडीगढ़ शहर कांग्रेस की देन है. शहर बनाने से लेकर हाउसिंग बोर्ड के मकान बनाने तक कांग्रेस द्वारा काम किया गया है".

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