चंडीगढ़: चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी मनीष तिवारी ने सेक्टर 35 स्थित कांग्रेस भवन में समर्थकों और मतदाताओं का शुक्रिया किया. इसके साथ ही उन्होंने लोगों को भविष्य में उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का विश्वास दिलाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने शिद्दत से काम किया और उसका फल भी पार्टी को मिला है.
'ये चुनाव बीजेपी के लिए अविश्वास प्रस्ताव': साथ ही तिवारी ने कहा कि अगर आप इस चुनाव को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में देखें तो तो ये चुनाव बीजेपी और उनके शीर्ष नेतृत्व के लिए अविश्वास प्रस्ताव है. जिस तरह अनुमान लगाया जा रहा था और बीजेपी प्रचार कर रही थी, कि अबकी बार 400 पार, तो जो जमीनी हकीकत सामने आई उसमे जमीन-आसमान का फर्क था.
'संजय टंडन से कोई कड़वाहट नहीं' : वहीं, बीजेपी प्रत्याशी संजय टंडन को लेकर तिवारी ने कहा कि उनके मन में संजय टंडन के लिए कोई कड़वाहट नहीं है. उन्होंने कहा कि भले ही वह चुनाव नहीं जीते, मगर फिर भी वह उनके साथ मिलकर चंडीगढ़ में बेहतर काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मेरे मन में संजय टंडन और अन्य व्यक्ति के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है. बता दें कि मनीष तिवारी ने संजय टंडन को काफी कम मार्जिन, 2504 वोटों से हराया. चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ता व वरिष्ठ नेताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें लोगों का भरपूर समर्थन मिला है.
बीजेपी की हार का बताया कारण: इस दौरान तिवारी ने कहा कि बीजेपी की हार का जिम्मेदार लोकल मुद्दों को न सुलझाया जाना रहा है. बीजेपी की तरफ से लोगों की शिकायतों को देखते हुए काम नहीं किया गया. इसके साथ ही कलॉनियों और सेक्टरों की समस्या का समाधान न करना बीजेपी की हार का सबसे बड़ा कारण बना है. तिवारी ने कहा कि चंडीगढ़ की जनता ने मुझे सांसद बनाया है तो मैं यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि लोगों की समस्याओं को देखते हुए मैं हमेशा काम करता रहूंगा.