जयपुर. लोकसभा चुनाव में राजस्थान में दिए गए भाजपा की ओर से दिए गए तीन भाषण पूरे देश में चर्चा का विषय बने. इन भाषणों के जरिए भारतीय जनता पार्टी को बैकफुट पर आना पड़ा. पहला भाषण खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का था. बांसवाड़ा में दिए इस भाषण में उन्होंने मंगलसूत्र शब्द का जिक्र किया. दूसरा चर्चित भाषण नागौर प्रत्याशी ज्योति मिर्धा का था, जिसमें संविधान बदलने का उल्लेख किया गया और तीसरा भाषण डॉ किरोड़ी लाल मीणा का था, जिसमें उन्होंने मंत्री पद से त्याग पत्र देने की बात कही थी. इन तीनों भाषणों की गूंज पूरे चुनाव प्रचार के दौरान रही.
सबसे पहले बांसवाड़ा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीय के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलसूत्र वाला भाषण दिया था, जिसकी चर्चा पूरे देश में हुई, लेकिन भाजपा को यहां करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. इस सीट पर भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने भाजपा के महेंद्रजीत सिंह मालवीय को करीब 2 लाख 40 हजार वोटों से हरा दिया.
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प्रधानमंत्री मोदी ने बांसवाड़ा में एक चुनावी सभा में कहा था “वे (कांग्रेस ) महिलाओं का सोना छीनकर लोगों में बांटना चाहते हैं. जब कांग्रेस सत्ता में थी तो मनमोहन सिंह ने कहा था कि हमारे संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. वे आपके मंगल सूत्र को भी नहीं छोड़ेंगे. वे आपके पैसे ले लेंगे और उन लोगों को दे देंगे जिनके अधिक बच्चे हैं. इस चुनाव में मुस्लिम, मछली और मंगलसूत्र की मुद्दे की शुरुआत बांसवाड़ा से हुई थी.
नागौर प्रत्याशी ने छेड़ा संविधान बदलने का राग: नागौर के खींवसर विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने अप्रैल के आखिरी दौर में भारतीय संविधान में संशोधन को लेकर एक चुनावी सभा में अपनी बात कही थी. कांग्रेस ने ज्योति मिर्धा समेत अन्य भाजपा प्रत्याशियों के इस बयान को चुनावी मुद्दा बनाया, जिसके चलते एससी और एसटी वर्ग में बीजेपी को लेकर नाराजगी और आरक्षण को लेकर असुरक्षा की भावना रही. माना जा रहा है कि राजस्थान में आरक्षित जातियों का वोट बैंक पूरी तरफ से कांग्रेस की तरफ खिसक गया.
किरोड़ी मीणा ने किया था इस्तीफे का ऐलान: इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्वी राजस्थान में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. पार्टी पूरब की सभी सीटों पर चुनाव हार गई. खास बात है कि इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैलियां और रोड शो भी किए थे. क्षेत्र के कद्दावर नेता किरोड़ी लाल मीणा ने कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री ने सात लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारियां सौंपी है. ऐसे में अगर पार्टी किसी भी सीट से चुनाव हार जाती है, तो वह राजस्थान सरकार में अपने काबीना मंत्री के पद से इस्तीफा दे देंगे. नांगल राजावतान की मीणा हाईकोर्ट में भी अपने समाज के बीच किरोड़ी लाल मीणा ने खुलकर इस बात का ऐलान किया था. किरोड़ी लाल मीणा की इस घोषणा को भी चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी की हार के रूप में समझा गया और यह भाषण जमकर वायरल हुआ.