जयपुर. लोकसभा आम चुनाव में आदर्श आचार संहिता की पालना के लिए 'सी-विजिल' एप काफी कारगर साबित हो रही है. राजस्थान में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों पर निगरानी के लिए 'सी-विजिल' एप पर लगातार शिकायतें मिलने के साथ 100 मिनट में रही हैं. लोकसभा चुनाव ने अब तक प्रदेश भर से कुल 3,767 शिकायत दर्ज की गई, जिनमें से सही पाई गई 1,709 शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया है. आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की सबसे ज्यादा शिकायतें जोधपुर और टोंक जिले में सामने आई.
सबसे ज्यादा शिकायतें जोधपुर-टोंक जिले में : मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार यह एप शिकायत-समाधान का बेहतरीन जरिया बन रहा है. इन शिकायतों पर रिकॉर्ड समय में कार्रवाई हो रही है. गुप्ता ने बताया कि प्राप्त शिकायतों की सम्बंधित रिटर्निंग ऑफिसर की और से जांच के बाद सही पाए जाने पर उन पर कार्रवाई कर निस्तारण किया गया है.
एक शिकायत अभी जांच दल और रिटर्निंग ऑफिसर के स्तर पर निर्णय के लिए लंबित है, शेष शिकायतें ड्रॉप कर दी गई हैं. गुप्ता ने कहा कि सी-विजिल पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की सबसे ज्यादा 306 शिकायत जोधपुर जिले से और 298 शिकायतें टोंक से प्राप्त हुई हैं. इनमें से क्रमश: 170 और 222 शिकायत सही पाए जाने पर इन सभी का तय समय में निस्तारण कर दिया गया है. सी-विजिल एप के माध्यम से अधिकतम 100 मिनट में प्राप्त शिकायतों का समाधान किया जाता है.
बिना इजाजत पोस्टर बैनर की शिकायतें सर्वाधिक : मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अवैध पोस्टर-बैनर लगाने की सर्वाधिक 1,784 शिकायत दर्ज की गई, जिनमें से 1,314 के सही पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई कर दी गई है. एप पर प्राप्त शिकायत के सत्यापन में तस्वीर या वीडियो के रूप में दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध होने के कारण इसके माध्यम से त्वरित निस्तारण संभव हो पा रहा है.
'सी-विजिल' किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है. आमजन इस एप का इस्तेमाल करके सदाचार की घटना की जानकारी भेज सकता है. 100 मिनट की समय सीमा में अधिकारीगण समस्या का निस्तारण करेंगे. इस एप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाने का भी विकल्प है. कोई भी व्यक्ति एंड्रॉयड आधारित 'सी-विजिल' एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है.