नई दिल्ली: उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने रविवार को साउथ दिल्ली की लाइफ लाइन कही जाने वाली बारापूला ड्रेन और उसकी दो अन्य सहयोगी ड्रेनों सुनेहरीपुल ड्रेन और कुशक नाला के डिसिल्टिंग वर्क का जायजा लिया. उपराज्यपाल ने इन तीनों ड्रेनों के चल रहे गाद निकालने के कार्यों पर संतोष जताया है. उन्होंने अधिकारियों को मॉनसून के बाद भी नालों से गाद निकालने और उनकी सफाई का काम जारी रखने के आदेश दिए हैं.
एलजी सक्सेना के साथ दौरे में दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार, एमसीडी कमिश्नर अश्विनी कुमार, गृह, राजस्व एवं शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीष कुमार गुप्ता भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे. उनका कहना है कि गत 4 अगस्त को इन तीनों ड्रेनों का निरीक्षण किया गया था, तब बदहाल स्थिति देखने के बाद इनकी तय समय में सफाई करने के आदेश दिए गए थे. आज इन तीनों नालों से गाद निकालने की कार्य प्रगति का जायजा संतोषजनक पाया गया है.
इन सभी ड्रेनों के अवरूद्ध मार्ग को साफ करने और गाद निकालने के कार्य में हाई-टेक मशीनों से लैस 100 से अधिक कर्मचारी 24 घंटे युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं. इस काम में सभी एजेंसियां पूरे तालमेल के साथ सामूहिक प्रयासों में जुटी है. इसके परिणाम सप्ताहभर में 700 मीट्रिक टन से ज्यादा गाद हटाने का काम किया गया है. साथ ही भारी गाद, कीचड़ से भरी और बंद नालियों के चैनलों को भी खोला जा सका है. इसके बाद अब इन चैनलों से पानी का प्रवाह बना है.
एलजी सक्सेना ने जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के पास डीटीसी डिपो, लोधी रोड का भी रूक कर जायजा लिया और अधिकारियों को ढके हुए नालों से पानी के फ्लो के लिए स्थायी समाधान निकालने के निर्देश दिए. उप-राज्यपाल ने सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं कि मॉनसून के बाद भी नालों से गाद निकालने और सफाई का काम जारी रखें.
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