रुद्रपुर: उत्तराखंड में बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है. खटीमा क्षेत्र में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं. हर जगह जलभराव की स्थितियां पैदा हो गई हैं. खटीमा में हालातों को देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, डीआईजी योगेन्द्र सिंह रावत ने बाजार, नगला तराई गांव, मेलाघाट जमौट, प्रतापपुर आदि क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने रेस्क्यू व राहत कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा किसी को भी कतई परेशानी नहीं होने दी जायेगी, लोग संयम व धैर्य से काम लें, सभी को प्रशासन द्वारा राहत पहुंचाई जायेगी.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कुमाऊं में पिछले 4 दिनों में भारी बारिश हुई है. कल शाम से जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया था. चेतावनी की घोषणा भी की गई थी. आज सुबह बहुत भारी बारिश हुई. खटीमा, बनबसा में पिछले 24 घंटों में 430 मिमी बारिश हुई. आज सुबह सीएम स्तर पर इसकी समीक्षा की गई..आज सुबह बचाव अभियान चलाया गया. करीब 400 लोगों को निकाला गया है,
#WATCH | Uttarakhand: NDRF teams monitored the flood-like situation in Devipura village of Tanakpur, Champawat. Kumaon Commissioner Deepak Rawat also visited the area to monitor the ongoing situation over the ground. pic.twitter.com/1HJ4PBqySP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 8, 2024
इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कल रात से क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण जलभराव हो गया. सुबह से ही रेस्क्यू, राहत बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया. रेस्क्यू , राहत बचाव कार्य जिला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के माध्यम से सुचारू है. जलभराव क्षेत्रों से लोगों को निकालने का कार्य सुबह से ही किया जा रहा है. अभी तक प्रशासन, पुलिस व एनडीआरएफ ने लगभग 500 लोगों को रेस्क्यू कर लिया है. उन्होंने बताया जो घर में रहकर ही पानी के कम होने का इंतजार कर रहे है उन्हें खाना-पानी दिया जा रहा है.
#WATCH | Kumaon Commissioner Deepak Rawat says, " ...kumaon has received heavy rainfall in the past 4 days. the water level started rising since last evening. warning announcements were made too. it rained very heavily this morning. in banbasa, it received 430 mm rainfall in last… https://t.co/qtcZkEt5F6 pic.twitter.com/VJGcQFi0Ow
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 8, 2024
उन्होंने बताया राजीव नगर अमाऊ, पकड़िया, प्रतापपुर व तराई नगला क्षेत्र में पानी भरा हुआ था, सभी जगह राहत बचाव कार्य किया गया. राहत बचाव एव राहत शिविर की पूर्ण तैयारियां हैं. सभी जलभराव प्रभावति क्षेत्रों के लोगों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर दी गई है. अपरजिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी वहीं कैम्प कर रहे हैं. सारी व्यस्था सुनिश्चित करेंगे, राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जायेगी.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सभी लोगों से अपील की है कि वर्षाकाल में सांपों के काटने का भय रहता है इसलिए चारपाई व ऊचें स्थानों पर सोयें. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चिकित्सालयों में एन्टी स्नेक वैनम पर्याप्त मात्रा में रखने व जलजनित बीमारियों की दवाईयॉं भी पर्याप्त मात्रा में रखने के निर्देश दिये हैं.