कोटा : शिक्षा की नगरी कोटा को ज्ञान की काशी भी कहा जाता है. यहां छात्राओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की ओर से सख्त इंतजाम किए हुए हैं, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े. यही वजह है कि यहां छात्राओं से अभद्रता की शिकायतें बहुत कम आती हैं. बावजूद इसके अब इस सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने और बाजारों में आने वाली महिलाओं को चोर-उचक्के और मनचले से बचाने के लिए 'कालिका' टीम का गठन किया गया है. ये 'कालिका पेट्रोलिंग आर्मी' खास तौर पर महिला पुलिसकर्मियों की होगी, जिसमें 80 चयनित महिला पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण के बाद बाजार इलाकों में तैनात किया जाएगा.
खैर, यह प्रयोग पूरे राजस्थान में किया जा रहा है, ताकि बाजारों में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाई जा सके और मनचलों पर नकेल कसी जा सके. वहीं, कालिका पेट्रोलिंग आर्मी में शामिल महिला पुलिसकर्मियों की ड्रेस भी अलग तरह की होगी. यहां तक कि इन्हें काली स्कूटी, काला हेलमेट और वायरलेस सेट भी दिया जाएगा. उनकी वर्दी पर भी कालिका टीम का मोनोग्राम लगा रहेगा. कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि बाजार इलाकों में किसी भी तरह की अनयूजुअल घटना होने पर टीम की महिला पुलिसकर्मी तुरंत इसकी सूचना कंट्रोल रूम को देगी. उसके बाद स्थानीय पुलिस उनकी मदद के लिए मौके पर पहुंचेगी. साथ ही हेल्पलाइन व घटनास्थलों से आने वाले फोन कॉल के लिए भी ये टीम काम करेगी. वहीं, एसपी ने कहा कि 15 दिसंबर को सीएम भजनलाल शर्मा पूरे राजस्थान में इस योजना की शुरुआत करेंगे.
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चेन स्नैचरों पर रखेंगी नजर : एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजामात करने किए जा रहे हैं. इसके लिए नीली वर्दी की पुलिसकार्मिकों की टीम तैयार की जा रही है, जिसमें सभी महिला पुलिसकर्मी होंगी. इनके लिए काले रंग की स्कूटी खरीदी जा रही है. जल्द ही यह स्कूटी हमें मिल जाएगी. जैसे ही स्कूटी मिल जाएगी. टीमों को अलग-अलग मार्केटों में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
खास तौर पर चेन स्नैचिंग की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए ये टीम काफी प्रभावित रहेगी, जिसके लिए बाजार और सड़क पर गश्त भी करेगी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी के अनुसार पूरे राजस्थान में ही इस तरह की टीम बनाई जा रही है. इनमें जयपुर में 36, उदयपुर व जोधपुर में 12-12, अजमेर में भीलवाड़ा में 10-10 टीमें तैनात रहेंगी. वहीं, कोटा में इनकी 20 यूनिट है. प्रत्येक यूनिट में चार महिला कांस्टेबल तैनात रहेंगी. यह दो पारियों में काम करेंगी.