कोरिया: जिला अस्पताल के डॉक्टर राजेन्द्र बंसारिया को सस्पेंड कर दिया गया है. उन पर मरीज का ऑपरेशन करने का आरोप लगा था. जिसके बाद उन पर ये कार्रवाई की गई.
सरकारी डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए मांगे रुपये: मामला दिसंबर 2023 का है. एक ग्रामीण का पैर टूटने के कारण उसे जिला अस्पताल बैकुंठपुर में भर्ती कराया गया. ग्रामीण इलाज के लिए तीन सप्ताह तक जिला अस्पताल में भर्ती रहा. डॉक्टर ने पैर टूटने की जानकारी दी और कच्चा प्लास्टर कर दिया. डॉ. राजेंद्र बंसारिया ने मरीज के परिजनों से कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा. परिजनों ने ऑपरेशन की सहमति दे दी. जिसके बाद राजेंद्र बंसारिया ने ऑपरेशन के लिए 12 हजार रुपए की मांग की.
डॉक्टर ने कहा कि "जिला अस्पताल में एनेस्थीसिया के डॉक्टर नहीं हैं. एनेस्थीसिया के लिए प्राइवेट डॉक्टर बुलाकर ऑपरेशन कराना पड़ता है. हड्डी टूटी है, जिसे जोड़ने के लिए नेल की जरूरत पड़ती है. उस साइज का नेल हमारे अस्पताल में उपलब्ध नहीं है, जो रायपुर से मंगवाना पड़ेगा."
डॉक्टर की डिमांड पूरी नहीं कर पाए मरीज के परिजन: डॉक्टर की डिमांड और मरीज की परेशानी के बाद भी परिजन पैसों का इंतजाम नहीं कर पाए. जिसके बाद डॉक्टर ने मरीज को मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर कर दिया. वहां मरीज का इलाज हुआ. इस मामले में मरीज की पत्नी ने डॉक्टर की तरफ से पैसे मांगने की शिकायत सीएमएचओ से की.
रिश्वतखोर डॉक्टर को किया सस्पेंड: सीएमएचओ ने मामले की जांच की. जांच में शिकायत सही पाए जाने पर सीएमएचओ के प्रतिवेदन पर छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रभारी सीएस को निलंबित करने का आदेश जारी किया है. ये बात भी सामने आ रही है कि जिला अस्पताल में अस्थिरोग विशेषज्ञ एवं प्रभारी सिविल सर्जन सह अधीक्षक के पद पर पदस्थ डॉ. राजेन्द्र बंसारिया ने करीब 25 दिन पहले सीएस के प्रभार से इस्तीफा देने का पत्र हेल्थ डायरेक्टर को भेजा था. हेल्थ सेक्रेटरी को इस्तीफा भेजने की जानकारी सीएमएचओ को नहीं दी गई थी. सीएमएचओ ने इसकी जानकारी से इंकार किया है.