नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद जिला कारागार में जेल प्रशासन और इंडिया विजन फाउंडेशन संयुक्त रूप से जेल में बंद बंदियों की जिंदगी को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं. इससे जेल में बंद बंदियों को हुनरमंद बनाया जा रहा है, ताकि रिहाई के बाद वह खुद को समाज में एक बेहतर इंसान के रूप में स्थापित कर सकें. इस बीच फाउंडेशन की संस्थापक किरण बेदी गुरुवार को गाजियाबाद जिला कारागार पहुंची. उन्होंने जेल अधिकारियों के साथ इंडिया विजन फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रोजेक्ट्स को रिव्यू किया.
फाउंडेशन की संस्थापक किरण बेदी ने बताया कि जेल का मकसद करेक्शन और रिहैबिलिटेशन है. गाजियाबाद की डासना जेल अपने मकसद को बखूबी निभा रही है. जेल में रहने के दौरान कैदी हुनर सीख रहे हैं. इंडिया विजन फाउंडेशन और जेल प्रशासन के संयुक्त प्रयास से यह संभव हुआ है. जब सरकार और स्वयंसेवी संस्थाएं एक साथ एकजुट होकर कार्य करती हैं तो बेहतर परिणाम दिखाई देते हैं.
उन्होंने कहा कि इंडिया विजन फाउंडेशन उत्तर प्रदेश, हरियाणा राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों की करीब 50 से अधिक जेलों में जेल प्रशासन के साथ मिलकर बंदियों के रिहैबिलिटेशन और रिफॉर्म के लिए काम कर रही है. जिला कारागार गाजियाबाद के जेल अधीक्षक आलोक सिंह के मुताबिक, इंडिया विजन फाऊंडेशन और जेल प्रशासन तकरीबन नौ सालों से संयुक्त रूप से जेल में बंदियों के रिहैबिलिटेशन और रिफॉर्म के लिए काम कर रही है.
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