जयपुर: राजधानी जयपुर की सांगानेर सदर थाना पुलिस ने 12 वर्षीय बालक के अपहरण की वारदात का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने 6 घंटे में ही वारदात का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार को पुलिस ने आरोपी सचिन मीणा और अशोक मीणा को गिरफ्तार किया है. बांसखो इलाके से आरोपियों के कब्जे से बालक को सकुशल मुक्त करवाया गया है. आरोपियों ने फिरौती मांगने के लिए बालक का अपहरण किया था. अपहरण करने वाला आरोपी सचिन मीणा बालक के परिवार का परिचित था. पुलिस ने घटना के उपयोग में लिए गए वाहन को भी जब्त कर लिया है.
सांगानेर सदर थाना अधिकारी पूनम चौधरी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि 12 वर्षीय बालक का अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया है. 20 अगस्त को शाम के समय बालक सड़क पर साइकिल चला रहा था. इस दौरान एक गाड़ी वाटिका की तरफ से आई और बालक को जबरदस्ती गाड़ी में अपहरण करके ले गए. मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी प्राप्त की गई.
जांच में मामला फिरौती के लिए अपहरण करने का प्रतीत हुआ. वारदात की गंभीरता और अनहोनी की आशंका को ध्यान में रखते हुए एडिशनल डीसीपी पारसमल जैन और एसीपी चाकसू सुरेंद्र सिंह के निर्देशन में स्पेशल टीम गठित की गई. बालक के परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच शुरू की गई. पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ करके जानकारी जुटाई. सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए.
अपहरण करने वाले आरोपियों के वाहन के रूट की संभावनाओं को देखते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट और जयपुर ग्रामीण समेत सीमावर्ती जिला टोंक और दौसा में नाकाबंदी करवाई गई. संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई. परिजनों के शक के आधार पर संदिग्ध लोगों की जानकारी जुटाकर तस्दीक की गई. पीड़ित परिवार के परिचित सचिन मीणा पर शक पैदा हुआ. सचिन मीणा पीड़ित परिवार के लोगों से फोन पर संपर्क करके किडनैपिंग की घटना के बारे में अपडेट प्राप्त कर रहा था.
आरोपी सचिन मीणा की मौजूदगी के बारे में तकनीकी आधार पर मालूम किया गया. नाकाबंदी करके चेकिंग की गई तो सचिन मीणा का आगरा रोड दौसा की तरफ जाने की जानकारी मिली. इस पर बस्सी, तुंगा और कानोता थाने का सहयोग लिया गया. बस्सी थाना पुलिस टीम के साथ नाकाबंदी करके संदिग्ध युवक सचिन मीणा और उसके साथी अशोक मीणा को पीछा करके पकड़ लिया. पूछताछ करने पर दोनों ने वारदात करना स्वीकार किया.
आरोपियों की निशानदेही पर बालक को सकुशल दस्तयाब किया गया. बांसखो में किराए के कमरे के अंदर हाथ पैर बांधकर और मुंह पर टेप लगाकर बालक को रखा हुआ था. आंखों को कपड़े से ढका हुआ था और अंधेरे कमरे में ताला बंद करके बालक को रखा हुआ था. पुलिस ने बालक को समय रहते दस्तयाब किया. थोड़ी देरी होती तो बालक की मौत होने की संभावना थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने फिरौती के लिए अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था.