खरगोन। मध्यप्रदेश के कमोबेश कई जिले ऐसे हैं जहां अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीज और उनके परिजनों से खून के बदले मोटी रकम वसूल करने के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन मामले की सही तरीके से तहकीकात न होने के चलते इस कारोबार में लिप्त मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर होते हैं. ऐसा ही एक मामला खरगोन जिला अस्पताल में देखने को मिला है जहां एक मरीज के अटेंडर से एक यूनिट खून के बदले ढाई हजार रूपये की राशि वसूल की गई है.
1 यूनिट खून की कीमत 2500 रुपये
जानकारी के मुताबिक, मामला रतलाम जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से जुड़ा हुआ है. जहां सरवन के ग्राम बंजला गांव निवासी रमेश की नानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, और उनको आपरेशन के लिए 2 यूनिट रक्त की जरूरत थी. 14 फरवरी को पीड़ित रमेश जिला अस्पताल रतलाम आया और रक्त की तलाश में इधर से उधर भटक रहा था. इस दौरान उसकी मुलाकात साइकिल स्टेंड पर काम करने वाले परमेश्वर नाम के व्यक्ति से हुई. जिसने उससे रक्त का इंतजाम करने की बात करते हुए 2500 रुपए मांगे, जो की पीड़ित के द्वारा उसे रुपए दे दिए गये.
पुलिस ने किया युवक को गिरफ्तार
जिसके बदले उसे 1 यूनिट रक्त मिल गया और एक यूनिट और रक्त अगले दिन देने की बात कही गई. लेकिन पीड़ित रमेश जब गुरुवार को जिला अस्पताल गया तो परमेश्वर उसे टालने लगा. मामला जिला अस्पताल के सीएस तक पहुंचा और उन्होंने पीड़ित को पुलिस के पास भेजते हुए उचित कार्रवाई करने की डिमांड रखी. जिसके बाद फरियादी रमेश ने अस्पताल चौकी में जाकर पूरे मामलें की शिकायत की. जिसके पश्चात पुलिस ने आरोपी पर विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
खून के कारोबार के कितने सरगना
वहीं, अब इस मामले के सार्वजनिक होने के बाद अस्पताल प्रबंधन सतर्क हो गया है. सिविल सर्जन एम एस सागर ने जांच के पश्चात आगे की कार्रवाई करने की बात कही है. साथ ही स्टेंड ठेकेदार को भी नोटिस देने की बात की. इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए तो और भी लोग इस मामले से जुड़े हो सकते हैं, जो जरूरतमंदों की मजबूरी का फायदा उठाकर खून के नाम पर पैसो के लेनदेन का खेल करते होंगे.
Also Read: |
पैसे लेने के बावजूद नहीं दिया खून
पीड़ित रमेश और उसके जीजा विनोद ने बताया कि ''मेरी नानी मेडिकल कालेज में भर्ती है और उनको 2 यूनिट रक्त ऑपरेशन के लिए चाहिए था, जिसको लेकर किसी ने बताया था की जिला अस्पताल में खून मिल जायेगा. जिला अस्पताल में आया तो साइकिल स्टैंड पर काम करने वाले परमेश्वर निवासी सैलाना ने रक्त का इंतजाम करने की बात कहते हुए 2500 रुपए की मांग की. जिसके बाद फरियादी ने उसे 2500 रुपए दे दिए, और उसे 1 यूनिट रक्त मिल गया. जिसके बाद एक और यूनिट अगले दिन देने की बात हुई. लेकिन रमेश जब गुरुवार को जिला अस्पताल गया तो परमेश्वर उसे टालमटोल करने लग गया. जिसके बाद फरियादी रमेश ने अस्पताल चौकी में जाकर इसकी शिकायत की.''