कवर्धा: जिले के लोहारीडिह अग्निकांड मामले में जेल में बंद 69 आरोपियों में से एक आरोपी प्रशांत साहू की बुधवार सुबह जिला जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घटना के बाद मृतक को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया. घटना की जानकारी के बाद कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया. भारी संख्या में कांग्रेस नेता और डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू जिला अस्पताल पहुंचे. इस दौरान सभी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा.
परिजन ने न्यायिक जांच की मांग की: विरोध बढ़ता देख पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किसी तरह शांत कराया. शाम 5 बजे मृतक के परिजन कवर्धा पहुंचे. मृतक के भाई ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया. साथ ही मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराने और न्यायिक जांच की मांग की. इस मामले में साहू संघ के पीलूराम साहू ने कहा कि, "हमारे समाज के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था. उसकी जेल में मौत हो गई है. हम जांच की मांग करते हैं."
"जिस दिन आगजनी की घटना हुई ,उस दिन ना तो मेरा भाई प्रशांत साहू मौजूद था, ना ही मैं वहां मौजूद था. उसके बावजूद पुलिस ने मेरे भाई को घर से गिरफ्तार किया. प्रशांत समेत 69 लोगों की पुलिस ने बर्बरतापूर्ण पिटाई की. इससे प्रशांत साहू गंभीर रुप से घायल हुआ था. इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई. पुलिस उसे बीमार बता रहे हैं, जबकि उसे कोई बीमारी नहीं थी. इस मामले में हम न्यायिक जांच की मांग करते हैं." -परमेश साहू, मृतक का भाई
"आज सुबह प्राशंत साहू की जेल में मौत हुई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है. मजिस्ट्रेट और परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम किया गया. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण का खुलासा होगा." -प्रतीक चतुर्वेदी, डीएसपी, कवर्धा
कांग्रेस का पुलिस और सरकार पर बड़ा आरोप: इस पूरे मामले में डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू ने पुलिस और सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक ने कहा कि, "पुलिस ने प्रशांत साहू की पिटाई की, जिससे उसकी मौत हुई है. वहीं पुलिस ने बेकसूरों को घर से निकाल कर गिरफ्तार किया है." इस पूरे मामले में अब तक बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.