एटा: कासगंज हादसे के बाद एटा के नगला कसा गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है. रह-रहकर गांव में चीत्कार गूंज रही. ईटीवी भारत से मृतक मासूम के दादा ने इस खौफनाक मंजर को बयां करते हुए कहा कि घटना के बाद करीब 40 लोग वीडियो बनाते रहे, चाहते तो कई जानें बच सकती थीं. मुंडन कराने गए बच्चे के दादा मदद की गुहार लगाते रहे. लेकिन, लोगों का दिल नहीं पसीजा, पुलिस ने आकर मदद की.
एक साथ चार पीढ़ी के लोग खत्म: नगला कसा गांव में उस परिवार के मुखिया सतेंद्र कुमार से बात की, जिन्होंने यह हादसा अपने आंखों से देखा. उन्होंने एक साथ चार पीढ़ी के लोगों की सांसें थमते देखीं. सतेंद्र बताते हैं कि नाती सिद्धू का मुंडन कराने जा रहे थे. तभी कासगंज के दरियावगंज के पास हादसा हो गया. हमारा नाती, बेटे की बहू, पत्नी और माता जी की मौत हुई है.
तमाशबीन वीडियो बनाने की जगह मदद करती तो बच जाती कई जानें: बुजुर्ग सतेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रैक्टर की वैरिंग टूट गई थी. अचानक से ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिर गई. मैं तो किसी तरह निकल आया. हादसे के बाद रोड जाम हो गई. करीब 40 से 50 लोग वीडियो बनाने लगे, हमने सभी के हाथ जोड़े. लेकिन, कोई भी ट्रॉली हटवाने नहीं आया, अगर ये लोग सभी ट्रॉली हटवा देते तो शायद इतनी जानें नहीं जातीं.
कासगंज हादसे में 24 लोगों की मौत: दरअसल, 24 फरवरी की सुबह एटा जिले के जैथरा थाना क्षेत्र के गांव नगला कसा के लोग ट्रैक्टर में सवार होकर मुंडन कार्य के लिए पटियाली स्थिति गंगा घाट जा रहे थे, तभी दरियावगंज के पास अलीगंज पटियाली मार्ग पर ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर तालाब में जा गिरा. इसमें महिलाओं और बच्चों सहित 24 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं, इसमें कई लोग घायल बताए जा रहे हैं.
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