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करनाल लोकसभा सीट का चुनाव दिलचस्प मोड़ पर, मराठा वीरेंद्र वर्मा को मिला INLD का समर्थन, NCP से लड़ेंगे चुनाव - Karnal Lok Sabha seat - KARNAL LOK SABHA SEAT

Karnal Lok Sabha seat Virendra Maratha: हरियाणा में करनाल लोकसभा हॉट सीट बनती जा रही है. अब कांग्रेस और बीजेपी के बाद इंडिया गठबंधन ने एनसीपी के तहत टिकट मांगने वाले वीरेंद्र मराठा को एनसीपी की टिकट पर करनाल लोकसभा से चुनाव लड़ने की ताल ठोकी है. 30 अप्रैल को वीरेंद्र मराठा अपना नामांकन दाखिल करेंगे और उस समय इनेलो नेता अभय चौटाला खुद करनाल में उनके साथ मौजूद रहेंगे.

Karnal Lok Sabha seat Virendra Maratha
Karnal Lok Sabha seat Virendra Maratha
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Apr 29, 2024, 1:53 PM IST

Updated : Apr 29, 2024, 2:01 PM IST

करनाल: हरियाणा में चुनाव के लिए कुछ ही समय रह गया है, ऐसे में करनाल लोकसभा सीट पर माहौल काफी गर्म होता दिखाई दे रहा है. जिसके चलते अब करनाल लोकसभा पर कांटे की टक्कर होगी. क्योंकि करनाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को प्रत्याशी बनाया गया है. तो वहीं, कांग्रेस पार्टी द्वारा युवा नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा पर दांव खेला गया है. लेकिन अब इन दोनों प्रत्याशियों के लिए मुश्किलों का दौर शुरू होता हुआ दिखाई दे रहा है. क्योंकि इंडिया गठबंधन से एनसीपी के तहत टिकट मांगने वाले वीरेंद्र मराठा अब एनसीपी की टिकट पर करनाल लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए अपनी ताल ठोक चुके हैं. वहीं उन्होंने अभय चौटाला से भी उनके लिए समर्थन मांगा है जिसके चलते अभय चौटाला ने अपना समर्थन देने की बात कह दी है.

कौन है वीरेंद्र मराठा ?: वीरेंद्र मराठा करनाल के झिझाड़ी गांव के रहने वाले हैं, जो रोड बिरादरी से संबंध रखते हैं. वीरेंद्र मराठा पूर्व में एचसीएस अधिकारी भी रह चुके हैं. उन्होंने कई वर्षों पहले नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा था और अपनी खुद की पार्टी एकता शक्ति बनाई थी. हालांकि वह कई चुनाव लड़े और लोकसभा सहित विधानसभा में भी उन्होंने अपने कई बार प्रत्याशी खड़े किए. वोट बैंक तो अच्छा मिला, लेकिन कभी भी जीत हासिल नहीं कर पाए.

करनाल में है अच्छा जनाधार: करनाल लोकसभा सहित कई लोकसभा में रोड बिरादरी का अच्छा वोट बैंक है. सबसे ज्यादा वोट बैंक हरियाणा के करनाल लोकसभा में है. जहां करीब 2 लाख से ऊपर रोड बिरादरी की वोट है. वीरेंद्र मराठा रोड बिरादरी से आते हैं, जिसके चलते वह अब लोकसभा चुनाव में ताल ठोक चुके हैं. जिसके चलते भाजपा को नुकसान हो सकता है. क्योंकि पिछले चुनाव में रोड समाज के करीब 70% वोट भारतीय जनता पार्टी को मिली थी और अब यह वोट वीरेंद्र मराठा को मिलने वाली है.

करनाल में सबसे ज्यादा रोड बिरादरी: सबसे ज्यादा रोड बिरादरी करनाल और कुरुक्षेत्र लोकसभा में रहती है. ऐसे में वह राष्ट्रीय पार्टी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी से दोनों जगह पर एक-एक सीट अपने समाज के लिए मांग रही थी. लेकिन दोनों ही पार्टियों द्वारा उनके समाज के किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं दी गई. जिसके चलते उन्होंने दो दिन पहले ही करनाल धर्मशाला में एक पंचायत की. जिसके चलते उन्होंने निर्णय लिया कि वह भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों पार्टियों का बहिष्कार करेंगे और अपना उम्मीदवार उतारेंगे. जिसके चलते उन्होंने वीरेंद्र मराठा को चुना और उसको करनाल लोकसभा से सर्व सहमति से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया.

मराठा को इनेलो का समर्थन: जैसे ही कांग्रेस पार्टी द्वारा करनाल लोकसभा से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया. उसके बाद रोड बिरादरी ने पंचायत करके भाजपा और कांग्रेस का बहिष्कार करने की बात कही. लेकिन इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के द्वारा शुरू से ही कहा जा रहा था कि अगर किसी रोड बिरादरी को कोई पार्टी टिकट देती है, तो वह उसका समर्थन करेंगे और उसके खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे. अब दोनों पार्टी के द्वारा रोड बिरादरी को टिकट न देने के चलते वीरेंद्र मराठा एनसीपी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लेने के साथ इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला से मुलाकात की. जिन्होंने वीरेंद्र मराठा को समर्थन देने की बात कही और कहा कि वह उनको समर्थन देने के साथ-साथ समाज के अन्य वर्गों से भी अपील करेंगे कि वह वीरेंद्र मराठा को वोट करें.

रोड बिरादरी को फुल समर्थन: पिछले कुछ समय से पंजाबी वर्ग को प्रत्याशी बनाने के विरोध में रोड बिरादरी के साथ राजपूत बिरादरी और कहीं बिरादरी भी उसका विरोध कर रही थी. इन सभी बिरादरियों की एक ही मांग थी कि किसी भी पार्टी द्वारा पंजाबी प्रत्याशी न देकर अन्य किसी भी जाति से प्रत्याशी बनाए जाए. जिसे सभी जाति समर्थन करेंगे. लेकिन उनके इस बयान के बाद भी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी द्वारा पंजाबी प्रत्याशी बनाए गए अब वीरेंद्र मराठा के समर्थन में राजपूत समाज और अन्य कई समाज भी आ सकते हैं.

करनाल में बीजेपी-कांग्रेस को कांटे की टक्कर!: वीरेंद्र मराठा ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है और वह करनाल में एक मजबूत नेता भी माने जाते हैं. सभी को यह अनुमान था कि इंडिया गठबंधन के तहत वीरेंद्र मराठा को प्रत्याशी बनाया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, लेकिन अब वीरेंद्र मराठा ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी को वोट बैंक में नुकसान हो सकता है और अब यह मुकाबला करना लोकसभा सीट पर काफी दिलचस्प होता हुआ दिखाई दे रहा है.

ये भी पढ़ें: "बीजेपी की जीत का पहला श्रेय पीएम और दूसरा राहुल गांधी को जाता है", मनोहर लाल का कटाक्ष - Ex CM Manohar Lal on Rahul Gandhi

ये भी पढ़ें: 4 मई को नामांकन दाखिल करेंगे बीजेपी उम्मीदवार अशोक तंवर, बोले- जमानत बचाने के लिए संघर्ष कर रहा इंडिया गठबंधन - BJP Candidate Ashok Tanwar

करनाल: हरियाणा में चुनाव के लिए कुछ ही समय रह गया है, ऐसे में करनाल लोकसभा सीट पर माहौल काफी गर्म होता दिखाई दे रहा है. जिसके चलते अब करनाल लोकसभा पर कांटे की टक्कर होगी. क्योंकि करनाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को प्रत्याशी बनाया गया है. तो वहीं, कांग्रेस पार्टी द्वारा युवा नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा पर दांव खेला गया है. लेकिन अब इन दोनों प्रत्याशियों के लिए मुश्किलों का दौर शुरू होता हुआ दिखाई दे रहा है. क्योंकि इंडिया गठबंधन से एनसीपी के तहत टिकट मांगने वाले वीरेंद्र मराठा अब एनसीपी की टिकट पर करनाल लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए अपनी ताल ठोक चुके हैं. वहीं उन्होंने अभय चौटाला से भी उनके लिए समर्थन मांगा है जिसके चलते अभय चौटाला ने अपना समर्थन देने की बात कह दी है.

कौन है वीरेंद्र मराठा ?: वीरेंद्र मराठा करनाल के झिझाड़ी गांव के रहने वाले हैं, जो रोड बिरादरी से संबंध रखते हैं. वीरेंद्र मराठा पूर्व में एचसीएस अधिकारी भी रह चुके हैं. उन्होंने कई वर्षों पहले नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा था और अपनी खुद की पार्टी एकता शक्ति बनाई थी. हालांकि वह कई चुनाव लड़े और लोकसभा सहित विधानसभा में भी उन्होंने अपने कई बार प्रत्याशी खड़े किए. वोट बैंक तो अच्छा मिला, लेकिन कभी भी जीत हासिल नहीं कर पाए.

करनाल में है अच्छा जनाधार: करनाल लोकसभा सहित कई लोकसभा में रोड बिरादरी का अच्छा वोट बैंक है. सबसे ज्यादा वोट बैंक हरियाणा के करनाल लोकसभा में है. जहां करीब 2 लाख से ऊपर रोड बिरादरी की वोट है. वीरेंद्र मराठा रोड बिरादरी से आते हैं, जिसके चलते वह अब लोकसभा चुनाव में ताल ठोक चुके हैं. जिसके चलते भाजपा को नुकसान हो सकता है. क्योंकि पिछले चुनाव में रोड समाज के करीब 70% वोट भारतीय जनता पार्टी को मिली थी और अब यह वोट वीरेंद्र मराठा को मिलने वाली है.

करनाल में सबसे ज्यादा रोड बिरादरी: सबसे ज्यादा रोड बिरादरी करनाल और कुरुक्षेत्र लोकसभा में रहती है. ऐसे में वह राष्ट्रीय पार्टी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी से दोनों जगह पर एक-एक सीट अपने समाज के लिए मांग रही थी. लेकिन दोनों ही पार्टियों द्वारा उनके समाज के किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं दी गई. जिसके चलते उन्होंने दो दिन पहले ही करनाल धर्मशाला में एक पंचायत की. जिसके चलते उन्होंने निर्णय लिया कि वह भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों पार्टियों का बहिष्कार करेंगे और अपना उम्मीदवार उतारेंगे. जिसके चलते उन्होंने वीरेंद्र मराठा को चुना और उसको करनाल लोकसभा से सर्व सहमति से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया.

मराठा को इनेलो का समर्थन: जैसे ही कांग्रेस पार्टी द्वारा करनाल लोकसभा से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया. उसके बाद रोड बिरादरी ने पंचायत करके भाजपा और कांग्रेस का बहिष्कार करने की बात कही. लेकिन इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के द्वारा शुरू से ही कहा जा रहा था कि अगर किसी रोड बिरादरी को कोई पार्टी टिकट देती है, तो वह उसका समर्थन करेंगे और उसके खिलाफ अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे. अब दोनों पार्टी के द्वारा रोड बिरादरी को टिकट न देने के चलते वीरेंद्र मराठा एनसीपी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लेने के साथ इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला से मुलाकात की. जिन्होंने वीरेंद्र मराठा को समर्थन देने की बात कही और कहा कि वह उनको समर्थन देने के साथ-साथ समाज के अन्य वर्गों से भी अपील करेंगे कि वह वीरेंद्र मराठा को वोट करें.

रोड बिरादरी को फुल समर्थन: पिछले कुछ समय से पंजाबी वर्ग को प्रत्याशी बनाने के विरोध में रोड बिरादरी के साथ राजपूत बिरादरी और कहीं बिरादरी भी उसका विरोध कर रही थी. इन सभी बिरादरियों की एक ही मांग थी कि किसी भी पार्टी द्वारा पंजाबी प्रत्याशी न देकर अन्य किसी भी जाति से प्रत्याशी बनाए जाए. जिसे सभी जाति समर्थन करेंगे. लेकिन उनके इस बयान के बाद भी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी द्वारा पंजाबी प्रत्याशी बनाए गए अब वीरेंद्र मराठा के समर्थन में राजपूत समाज और अन्य कई समाज भी आ सकते हैं.

करनाल में बीजेपी-कांग्रेस को कांटे की टक्कर!: वीरेंद्र मराठा ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है और वह करनाल में एक मजबूत नेता भी माने जाते हैं. सभी को यह अनुमान था कि इंडिया गठबंधन के तहत वीरेंद्र मराठा को प्रत्याशी बनाया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, लेकिन अब वीरेंद्र मराठा ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी को वोट बैंक में नुकसान हो सकता है और अब यह मुकाबला करना लोकसभा सीट पर काफी दिलचस्प होता हुआ दिखाई दे रहा है.

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Last Updated : Apr 29, 2024, 2:01 PM IST
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