करनाल: 23 फरवरी को हरियाणा का बजट पेश होना है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल बतौर वित्त मंत्री बजट पेश करेंगे. चुनावी साल होने की वजह से हरियाणा की जनता सरकार से उम्मीद लगाए बैठी है कि शायद इस बार सरकार के पिटारे में उनके लिए कुछ ना कुछ जरूर होगा. इस बीच ईटीवी भारत ने करनाल के किसानों से बातचीत कर जाना कि उनकी हरियाणा बजट 2024 से क्या उम्मीदें हैं.
'एमएसपी को लेकर हो बड़ा ऐलान': ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान करनाल के किसानों ने कहा कि हरियाणा बजट में एमएसपी को लेकर बड़ी घोषणा होनी चाहिए. किसानों की पहली मांग है कि सभी फसलों की खरीद एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाए. इस बजट में हरियाणा सरकार ऐसी घोषणा करे जिससे किसान वर्ग को काफी लाभ हो और उनकी सभी फसलों को उचित मूल्य पर खरीदा जाए.
'बीज व खाद पर मिले सब्सिडी': किसानों ने कहा कि उनकी खेती में लागत ज्यादा लग रही है, जबकि मुनाफा कम हो रहा है. जिसके चलते किसानों पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है. लिहाजा उन्होंने उम्मीद जताई कि बजट में अगर सरकार खाद और बीज पर सब्सिडी का ऐलान करती है तो अच्छा रहेगा. किसानों ने कहा कि इसके अलावा पशु फीड और चारे पर भी अनुदान मिलना चाहिए.
किसानों ने कहा कि हरियाणा में खेती करने के साथ पशुपालन भी बड़ी मात्रा में किया जाता है. लागत ज्यादा होने के चलते बहुत से किसान अब पशुपालन को छोड़ते जा रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि हरियाणा में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशुओं के चारे से लेकर उनके फीड पर अनुदान देना चाहिए. जिसके चलते वो अच्छे से दूध उत्पादन कर सके और उसमें मुनाफा कमा सके.
'दूध के रेट होने चाहिए निर्धारित': किसानों ने कहा कि पशुपालन में किसानों को घाटा हो रहा है. एक तो चारा और फीड के दाम सातवें आसमान पर हैं, दूसरी तरफ मार्केट में दूध का उचित मूल्य नहीं मिल रहा. जिसके चलते पशुपालकों को काफी नुकसान हो रहा है. इसलिए सरकार को चाहिए कि हरियाणा सरकार इस बजट में डेयरी किसानों के लिए और पशुपालकों के लिए दूध को लेकर रेट निर्धारित करे.