रायपुर: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का जल्द ही कांग्रेस पार्टी में विलय हो सकता है. पूर्व सीएम अजीत जोगी की बनाई पार्टी जल्द ही कांग्रेस में वापस लौट सकती है. इस बात के संकेत खुद अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी ने दिया है. रेणु जोगी ने अपनी पार्टी के विलय की मांग कांग्रेस के सामने रखी है. एक पत्र भी इस संबंध में दीपक बैज को पार्टी ने सौंपा है. आठ साल पहले बनी पार्टी के नेता रेणु जोगी का कहना है कि हमारी विचारधार कांग्रेस के करीब है.
कांग्रेस में शामिल होने के लिए लिखा पत्र: न्यूज एजेंसी से बात करते हुए रेणु जोगी ने कहा कि हमने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से जेसीसी (जे) का विलय करने की बात कही है. दीपक बैज से हमने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी में शामिल करने का अनुरोध किया है. रेणु जोगी और उनके बेटे अमित जोगी ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज को लिखे पत्र में कहा है कि उनकी विचारधारा कांग्रेस के सबसे करीब है.
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी द्वारा गठित छत्तीसगढ़ की एकमात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करती है. हमारी पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से पार्टी का कांग्रेस में विलय करने और राज्य कांग्रेस इकाई में शामिल होने का फैसला किया है. - रेणु जोगी, जेसीसीजे प्रमुख
रेणु जोेगी के पत्र में क्या है: पत्र में रेणु जोगी ने लिखा है कि हमें छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में शामिल कर लिया जाए. कांग्रेस पार्टी से हमारा इसके लिए विनम्र अनुरोध है. साल 2016 में पूर्व सीएम अजीत जोगी ने जेसीसीजे पार्टी बनाई थी. पार्टी को जोगी कांग्रेस के नाम से भी जाना जाता है. 2018 के चुनाव में पार्टी ने बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ राज्य बना था तब अजीत जोगी पहले सीएम बने थे.
(सोर्स पीटीआई)