जींद: जेजेपी भी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गयी है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रजबाहा रोड स्थित उचाना में जेजेपी कार्यालय को हिसार लोकसभा क्षेत्र के लिए चुनावी कार्यालय बनाया गया है. इस मौके पर बाढ़ड़ा विधायक नैना चौटाला मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची थी. दुष्यंत चौटाला के उचाना से चुनाव लड़ने को लेकर चल रही तरह-तरह की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए नैना चौटाला ने कहा कि दुष्यंत को उचाना की जनता ने बहुत ज्यादा प्यार दिया है. उचाना का दुष्यंत है और दुष्यंत का उचाना है.
I.N.D.I.A गठबंधन पर निशाना: मीडिया से बात करते हुए नैना चौटाला ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा. नैना ने कहा कि "इंडिया गठबंधन का पहले आई निकल गया फिर एन निकल गया. जैसे अलग-अलग अक्षर जोड़ कर ये गठबंधन बना था वैसे ही अक्षर खिसकते जा रहे हैं. एक दिन ऐसा आएगा कि इस गठबंधन में सिर्फ कांग्रेस बचेगी बाकी घटक दल उनको छोड़ जाएंगे कुछ नहीं बचेगा इसमें".भूपेंद्र हुड्डा द्वारा विधानसभा सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाने के बयान पर नैना चौटाला ने कहा कि "जब विधानसभा सेशन आने को होता है तो बड़ी-बड़ी बातें कांग्रेस करती है. हम ये करेंगे हम वो करेंगे. विधानसभा में आमने-सामने बैठकर इन लोगों को देखते हैं तो सभी ये सरेंडर करे हुए बैठे रहते हैं. इन्हें कुछ नहीं करना, सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए ये सब बातें करते है".
उचाना से ही चुनाव लड़ेंगे दुष्यंत: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के उचाना से चुनाव लड़ने को लेकर नैना चौटाला ने कहा कि "दुष्यंत को उचाना की जनता ने बहुत ज्यादा प्यार दिया है. उचाना का दुष्यंत है और दुष्यंत का उचाना है. पता नहीं क्यों इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है कि उचाना से दुष्यंत चौटाला चुनाव नहीं लड़ेगा. उचाना से 100 प्रतिशत दुष्यंत चौटाला ही चुनाव लड़ेगा." लोकसभा चुनाव में जेजेपी, बीजेपी के गठबंधन के सवाल पर नैना चौटाला ने कहा कि जेजेपी एनडीए का घटक दल है. मीटिंग में भी पार्टी के शीर्ष नेता बुलाए गए हैं.एक ही बात कह सकती हूं कि जब एनडीए में है तो गठबंधन है.
बातचीत से निकलता है हल: 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच पर नैना चौटाला ने कहा कि "पहले भी केंद्र सरकार ने किसानों से बातचीत की है तब ही किसान आंदोलन वापिस हुआ. अभी भी कहती हूूं कि इनके नेताओं को बड़ी लीडरशीप के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए. आंदोलन हर किसी चीज का जरिया नहीं है. पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह हैं उनसे बैठकर बात करें तो हर चीज का हल निकल सकता है. हरियाणा की गारंटी है कि 14 फसलों का एमएसपी हमारी सरकार दे रही है. हरियाणा के किसान संतुष्ठ हैं. पंजाब से किसान आ रहे हैं बैठकर वार्ता करनी चाहिए. इस को आंदोलन का रूप नहीं देना चाहिए. इससे आमजन परेशान होता है".