जींद: आज पूरे देश में महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखी हुई है. वहीं, जींद में महिलाएं करवा चौथ के व्रत में भी डीएपी खाद लेने के लिए घंटों लाइन में लगी रही. जींद के उचाना की मंडी में रविवार सुबह से ही हैफेड की सरकारी दुकान के बाहर महिलाएं लंबी लाइन में लगी नजर आईं. करवा चौथ के व्रत के दिन डीएपी खाद के लिए महिलाएं लाइन में लगकर डीएपी खाद मिलने का इंतजार करती नजर आई.
घंटों लाइन में लगी रही महिलाएं: जैसे ही लोगों को रविवार को ये जानकारी मिली कि डीएपी खाद हैफेड के सरकारी दुकान पर आया है, लोग किसान मंडी पहुंच गए. गेहूं बोने से पहले डीएपी खाद की जरूरत किसानों को होती है. इसलिए लोग गेहूं की बुवाई के पहले ही डीएपी खाद ले रहे हैं. इस बीच जींद में खाद के लिए लाइन में खड़ी महिलाओं ने कहा कि करवा चौथ के व्रत के दिन भी डीएपी खाद लेने के लिए मंडी आना पड़ा. यहां पर भी लंबी लाइन में लगना पड़ा. कई घंटों के बाद जब खाद के बैगों की पर्ची मिलनी शुरू हुई, तो नंबर आया.
जानकारी के बाद सुबह-सुबह मंडी पहुंचे किसान: खाद लेने आए लोगों की मानें तो कई दिनों से खाद लेने के लिए वे मंडी आ रहे है, लेकिन खाद नहीं आ रहा था. जैसे ही लोगों को जानकारी मिली कि खाद आया है. वे सुबह से ही लाइन में लग गए. लाइन में खड़े लोगों की मानें तो गेहूं की बुआई को लेकर डीएपी खाद की जरूरत होती है. सरकारी दुकान पर खाद आने की जानकारी मिलने के बाद आस-पास के गांव से किसान सुबह ही मंडी पहुंच गए. कम से कम पांच से छह घंटे तक खाद के बैग की पर्ची मिलने का इंतजार करना पड़ा.
हर बार होती है डीएपी खाद की किल्लत: जानकारी के मुताबिक घर के सारे काम छोड़ कर सुबह साढ़े पांच बजे से ही लोग मंडी किसान आने शुरू हो गए थे. हर बार डीएपी खाद की किल्लत होती है. लोगों ने कहा कि गेहूं की खेती शुरू होने से पहले शासन, प्रशासन खाद का प्रबंध करना चाहिए, ताकि किसानों को परेशानी न हो. वहीं, हैफेड सेल्समैन सतीश ने जानकारी दी कि 920 यूरिया के बैग आए थे. प्रत्येक किसान को 6 से लेकर 5 बैग दिए गए हैं.
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