रामनगर: उत्तराखंड में गर्मी ने अभी सही से दस्तक भी नहीं दी, लेकिन प्रदेश में पेयजल संकट गहराने लगा है, जिसको लेकर प्रशासन और जल संस्थान ने कम कस ली है. रामनगर और उसके आसपास के इलाके में लोगों को पेयजल संकट का सामना न करने पड़े, इसको लेकर प्रशासन और जल संस्थान की तरफ से वाहनों के वॉशिंग सेंटर्स को अगले आदेश तक बंद करने के निर्देश दिए है. इसको लेकर रामनगर में कई वॉशिंग सेंटर्स के मालिकों को नोटिस भी दिया गया है.
सोमवार में नायब तहसीलदार दयाल चंद्र मिश्रा के नेतृत्व में जल संस्थान की टीम ने रामनगर शहर में वॉशिंग सेंटर्स को औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई वॉशिंग सेंटर्स को नोटिस भी दिया गया है. साथ ही हिदायत भी दी गई है कि यदि इसके बाद भी उन्होंने गाड़ियों का धोना बंद नहीं किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उत्तराखंड जनसंस्थान के अधिशासी अभियंता मनोज गंगवार ने बताया कि रामनगर शहर व आसपास के इलाकों में पेयजल की किल्लत होने लगी है. इसको को ध्यान में रहते हुए नैनीताल जिलाधिकारी वंदना सिंह ने रामनगर और आसपास के क्षेत्रों में कार और बाइकों के वॉशिंग सेंटर्स पर रोक लगा दी है, जिसको लेकर आज कई जगहों पर छापेमारी की गई थी, जिसमें से कोई को नोटिस भी दिया गया है.
मनोज गंगवार ने बताया कि वाहन धोने में काफी पानी वेस्ट होता है, जिसे रोकने के लिए कार्रवाई की जा रही है. आदेशों के बाद भी कुछ वॉशिंग सेंटर्स पर बाइक और कारे धोई जा रही है, जिनको नोटिस दिया गया है. यदि आगे भी वो इस तरह करते है तो उनका पेयजल कनेक्शन काट दिया जाएगा. ये अभियान लगातार जारी रहेगा.
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