जयपुरः राजधानी जयपुर की करधनी थाना पुलिस ने दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने 10 बैंक खातों से 26.65 लाख रुपए का साइबर फ्रॉड किया था. पुलिस ने बुधवार को आरोपी निशांत और आकाश सैनी को गिरफ्तार किया है. आरोपी मर्चेंट वॉलेट के खाते का नंबर चेंज करवाकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. आरोपी मर्चेंट अकाउंट की टीआईडी नंबर और एमआईडी नंबर से एसबीआई के कस्टमर केयर पर कॉल कर बैंक खाता संख्या चेंज करवाते थे. एसबीआई बैंक के जनरल मैनेजर ललित कुमार ने मुकदमा दर्ज करवाया था.
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि 13 दिसंबर को एसबीआई बैंक के मैनेजर ललित कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि एसबीआई अपने ग्राहकों को मर्चेंट एक्वायरिंग सेवाएं प्रदान करता है. इस सेवा की मर्चेंट ग्राहक शुभलक्ष्मी डेकोर की मालिक ममता शर्मा का मर्चेंट अकाउंट फर्जीवाड़ा से चेंज करवाया गया था. आरोपियों ने ऑनलाइन सट्टा एप्लीकेशन बनाई थी. एप्लीकेशन पर अकाउंट बनाते हुए और गेम खेलने के लिए टीआईडी और एमआईडी नंबर से एसबीआई पेमेंट कस्टमर केयर को कॉल किया था. ठगों ने खुद को मर्चेंट बताते हुए ममता शर्मा के बैंक यूपीआई मर्चेंट अकाउंट से अटैच कर लिया. फिर विभिन्न खातों में लाखों रुपए ट्रांसफर कर लिए.
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की टीम ने तकनीकी सहायता का उपयोग किया. एसबीआई बैंक के ग्राहकों के खातों से अपने निजी खातों में राशि ट्रांसफर करने वाले लोगों के खातों के बारे में जानकारी जुटाई गई और आरोपी निशांत और आकाश सैनी को गिरफ्तार किया गया. आरोपी अपने और जानकारी के खातों में राशि ट्रांसफर करवाते थे. आरोपियों ने बैंक को फर्जी तरीके से ईमेल भेजकर उसमें बैंक खाता चेंज करवाकर पीड़ित बैंक कस्टमर के खातों से पैसे ट्रांसफर करके धोखाधड़ी की है. पुलिस आरोपियों से अन्य घटनाओं के संबंध में भी पूछताछ कर रही है.