जयपुर: राजस्थानियों तुम लोगों ने धोखा दिया, चुनाव में सीटें कम दी. ये कहना है जगद्गुरु रामभद्राचार्य का. जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में राम कथा कर रहे रामभद्राचार्य महाराज ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर कहा कि इस बार हिंदुओं ने ही गद्दारी की. लोग कहते हैं मोदी की चर्चा ना करें. वो मोदी की चर्चा क्यों न करें, जगद्गुरु पर किसी का नियन्त्रण नहीं होता.
जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में श्री राम कथा के तीसरे दिन जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने पुंगनूर गाय की पूजा कर सभी को गोपाष्टमी पर्व की शुभकामनाएं दी. महाराज ने कहा कि आज गोपाष्टमी है. गौ हत्यारों से कह दिया है कि निर्दोष गाय की हत्या बंद करो, आंदोलन करूंगा. उनका कोई भी आंदोलन असफल नहीं हुआ है. अब वो गौ माता के लिए आंदोलन शुरू कर रहे हैं. प्रयास करेंगे भारत में गौहत्या समाप्त हो. हमें नोट मत दो, पर गौमाता के संरक्षण वालों को वोट दो, राम चरित मानस राष्ट्र ग्रंथ हो.
इस बार हिंदुओं ने ही गद्दारी की : रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि इस बार हिंदुओं ने ही गद्दारी की. लोग कहते हैं मोदी की चर्चा ना करें. वो मोदी की चर्चा क्यों न करें. जगद्गुरु पर किसी का नियन्त्रण नहीं होता. यदि हमको बहुत अच्छी सीटें मिली होती, राजस्थानियों तुम लोगों ने भी इस बार धोखा दे दिया, सीटें थोड़ी कम दी. कोई बात नहीं. सत्ता और संत दोनों के समन्वय से ही राष्ट्र का समाधान होता है. हम राम को राष्ट्र से अलग नहीं मानते हैं. राम जी का विराट रूप है भारत. नारायण लक्ष्मीपति है, राम जी सीता पति है, सीता वर भी है.
अब सात पीढ़ी भी कश्मीर में अनुच्छेद 370 नहीं ला सकेंगी : उन्होंने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान पर कहा कि, उन्हें रोष आया. उमर कहते हैं कि उनके साथ अन्याय हुआ है. अनुच्छेद 370 हटा दी गई, जबकि अन्याय तो हम हिंदुओं के साथ अकर्मण्य प्रथम प्रधानमंत्री ने किया था. अब सात पीढ़ी भी कश्मीर में अनुच्छेद 370 नहीं ला सकेंगी. उमर कान खोलकर सुनो, हम तुम्हारी सात पुस्तों की कुण्डली जानते हैं.
सत्ता और संत दोनों के समन्वयक से राष्ट्र बनता है मजबूत : उन्होंने कहा कि राष्ट्र ने सीटें कम दी, लेकिन सत्ता और संत दोनों के समन्वयक से राष्ट्र मजबूत बनता है. हमने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी पूरे भारत के लिए. 70 प्रतिशत हमको मिली, 30 प्रतिशत कसाइयों को मिली, लेकिन अब कृष्ण जन्मभूमि, काशी और गलता पीठ भी रामानंदियों को मिलेगी. किसी भी पीठ पर किसी की दादागिरी नहीं चलेगी.
इस अवसर पर रामभद्राचार्य महाराज जी ने कहा कि रामचरितमानस पढ़ने के बाद कुछ पढ़ने को बाकी नहीं रह जाता. अब रामलला अयोध्या में विराजमान हो गए हैं. हमने राम जन्मभूमि का आंदोलन इसलिए चलाया कि राम जी से ही इस भारत भूमि की पहचान हो. कल अक्षय नवमी है, कुछ मांगना है तो भगवान से मांगें किसी और से नहीं.