जबलपुर : जबलपुर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (IIITDM) के छात्रों ने एक ऐसी कार बनाई है, जो फॉर्मूला वन रेसिंग कार को टक्कर दे सकती है. जबलपुर के इंजीनियरिंग के इन छात्र-छात्राओं ने इसे मात्र 4 लाख रुपये में तैयार की है. जबकि फॉर्मूला वन रेस की कार की कीमत सवा सौ करोड़ से ऊपर होती है. इन छात्र-छात्राओं का कहना है कि ऐसे कमर्शियल तौर पर भी यदि बनाया जाएगा तो यह मात्र 10 से 11 लाख रुपए में बन जाएगी.
IIITDM के स्टूडेंट्स डिजाइनिंग पर करते हैं काम
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (IIITDM) जबलपुर के छात्र डिजाइनिंग पर मास्टरी हासिल करते हैं. यह केंद्र सरकार का बड़ा संस्थान है, जिसमें आईआईटी के एंट्रेंस के जरिए एडमिशन मिलता है. इस इंस्टीट्यूट में पढ़ाई के साथ ही छात्र-छात्राओं के कई क्लब हैं. इन्हीं में से एक क्लब का नाम ट्रिपल आईटी डीएमजी रेसिंग क्लब है. इस क्लब में कुछ छात्र-छात्राएं हैं, जिनकी रुचि रेसिंग कोर्स में है. इंस्टीट्यूट अपने छात्र-छात्राओं को यह सुविधा देता है कि वे अपनी रुचि के अनुसार मॉडल बनाने के लिए जरूरी सामान ले सकते हैं. इससे छात्र-छात्राओं में कल्पना शक्ति बढ़ती है और वह नए इनोवेशन करने के लिए प्रेरित होते हैं.
रेसिंग कार कंप्टीशन में दिखाया जलवा
इसी क्लब में फॉर्मूला 1 रेसिंग कार की तर्ज पर एक कार बनाई है. इस रेसिंग कार की डिजाइन से लेकर इसकी फिटिंग तक का पूरा काम छात्र-छात्राओं ने ही किया है. राष्ट्रीय स्तर पर छात्र-छात्राओं की रेसिंग कार का कंप्टीशन होता है. इसमें में भी यह कार पूरी तरह से खरी उतरी, जबकि इस कार में एक मोटरसाइकिल का इंजन लगा है. इस कार को बनाने वाली टीम मेंबर स्टूडेंट सागर ने बताया "इसकी डिजाइन पूरी तरह फॉर्मूला रेसिंग कार की तरह है. इसे उन्होंने मात्र 4 लाख की लागत में तैयार किया है."
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करोड़ों में मिलती है फॉर्मूला वन रेसिंग कार
इंजीनियरिंग छात्र सागर कहते हैं "अभी इसमें कुछ पुराने कलपुर्जे लगे हैं. यदि पूरे नए कलपुर्जे लग जाएं तो यह कार मात्र 10 से 11 लाख रुपए में बन जाएगी, जिसकी कैपेसिटी भी अच्छी होगी और जो काफी स्पीड से भी चल सकेगी. जबकि फॉर्मूला की रेसिंग कार करोड़ों रुपए में आती है." सागर का कहना है "पढ़ाई पूरे होने के बाद यदि उन्हें मौका मिलेगा तो वह इस तरह की कार निर्माण योजनाओं पर काम करेंगे."