चंडीगढ़: भीषण गर्मी के इस मौसम में एक बार से हरियाणा और दिल्ली के बीच पानी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. दरअसल दिल्ली सरकार ने हर बार की तरह एक बार फिर हरियाणा पर पानी कम देने का आरोप लगाया है. दिल्ली सरकार का कहना है कि हरियाणा उन्हें पूरा पानी नहीं दे रहा. जिसके चलते दिल्ली में सूखे की समस्या हो सकती है. दिल्ली सरकार के आरोपों पर हरियाणा के सिंचाई मंत्री अभय यादव ने प्रतिक्रिया दी है.
हरियाणा दिल्ली जल विवाद: हरियाणा के सिंचाई मंत्री डॉक्टर अभय यादव ने दिल्ली सरकार के पानी ना देने के आरोपों पर कहा "हमसे मीडिया सवाल पूछा जा रहा है. मेरी समझ क्यों नहीं आता कि ये मुद्दा बिना काम का क्यों उठाया गया है. आधिकारिक तौर पर दिल्ली का शेयर 719 क्यूसेक पानी का है, जबकि हरियाणा की तरफ से 1049 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है. यानी हम दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते 350 क्यूसेक पानी अपने शेयर से दे रहे हैं.
बिना बात उठाया जा रहा मुद्दा? हरियाणा के सिंचाई मंत्री डॉक्टर अभय यादव ने कहा कि "ये मुद्दा क्यों उठाया गया और अभी क्यों ये बात की जा रही है. मेरी समझ से परे है. सारा देश चुनाव में व्यस्त है. ऐसे में इस तरह का मुद्दा उठा कर वो क्या जताना चाहते हैं? समझ से परे है. दिल्ली सरकार के इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. हम फैक्ट पर बात कह रहे है कि ये मुद्दा नहीं है. अगर कोर्ट जाने की बात है, तो इससे सच्चाई नहीं बदल जाएगी."
कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश की तरफ से हरियाणा का पानी रोका गया है. इस पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर अधिकारियों को आदेश दिए हैं. उन्हें टेकअप करने को कहा गया है. अभय यादव ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई और पीने के पानी की व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर है.