बहरोड़: जिले के शाहजहांपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 टोल प्लाजा के समीप एक प्लॉट किराए पर लेकर पक्की सुरंग का निर्माण कर लाइन से वॉल्व लगाकर बड़ी मात्रा में क्रूड ऑयल चोरी की का मामला एसओजी के पाया पहुंचा. जयपुर से पहुंची एसओजी की टीम ने मंगलवार को मामले की जांच शुरू कर दी है.
जयपुर एसओजी के डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज के बताया कि सोमवार को एसओजी में शिकायत दर्ज कराई गई कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बेलनी मार्ग पर शाहजहांपुर निवासी कैलाश चंद के बॉउंड्री सुदा खेत को ऑयल चोरी माफिया ने कई दिनों पूर्व किराए पर लिया. किराए पर लिए खेत से इंडियन क्रूड ऑयल की सप्लाई पाइप लाइन जो गुजरात से हरियाणा के पानीपत जा रही है, तक सुरंग बनाकर तेल की चोरी की जा रही है.
ऑयल सप्लाई लेवल घटा तो चोरी का हुआ संदेह : एसओजी जांच अधिकारी शिव कुमार भारद्वाज ने बताया कि क्रूड ऑयल सप्लाई लाइन का नियमित सप्लाई का प्रेशर 26 दिसंबर को कम होकर लेवल गिरने से कम्पनी प्रबंधन को लाइन से ऑयल चोरी होने का संदेह हुआ. कंपनी प्रबंधन ने स्वयं के स्तर पर चोरी स्थल की जांच की तो चोरी शाहजहांपुर के टोल प्लाजा के समीप बेलनी मार्ग से होना सामने आया. जिस पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन रेवाड़ी के सहप्रबन्धक हेमंत कुमार द्वारा शाहजहांपुर पुलिस थाने में ऑयल सप्लाई लाइन से क्रूड ऑयल चोरी होने की मंगलवार को रिपोर्ट दी गई. उसके बाद शाहजहांपुर थानाधिकारी पुखराज मीना ने जयपुर एसओजी को प्रकरण भेजा. जिस पर मंगलवार को एसओजी की टीम के डीएसपी शिवकुमार भारद्वाज मय जाप्ता के साथ स्थानीय पुलिस को लेकर जांच में जुटे.
एसओजी-पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हुए आरोपी : किराए पर लिए खेत से सप्लाई लाइन तक करीब 8 फीट गहरी व चार फीट चौड़ी सुरंग खोद कर सीमेंट के ब्लॉकों से पक्की चिनाई कर बिजली फिटिंग व सीसीटीवी कैमरों के साथ लाइन तक वॉल्व लगा कर बड़ी मात्रा में क्रूड ऑयल चोरी की घटना को अंजाम दिया गया. 26 दिसंबर को सप्लाई स्तर में कमी आने के बाद कम्पनी प्रबन्धन द्वारा अपने स्तर पर जांच किये जाने के बाद 6 जनवरी को पुलिस तक मामला पहुंचने के साथ सतर्क हुए माफियाओं द्वारा अपने सम्पूर्ण नेटवर्क को समेटने के साथ फरार होने से पूर्व वे बड़ी मात्रा में क्रूड ऑयल चोरी करने में कामयाब हो गए.
प्रकरण की जांच के समय पक्की गहरी सुरंग मिलने के साथ सप्लाई लाइन में जुड़े वॉल्व के अलावा खाली ड्रम व कुछ अन्य मामूली सामान ही एसओजी के हाथ लग सके. चोरी प्रकरण से जुड़े माफियाओं तक पहुंचने के लिए जांच शुरू की गई. सीसीटीवी सिस्टम से दिए चोरी के निर्देश घटनास्थल पर मिले सीसीटीवी सिस्टम की फिटिंग में डिवीआर नहीं मिलने को लेकर एसओजी डीएसपी का मानना है कि घटनास्थल से दूर बैठे सरगना के जरिए हाई क्वालिटी मोबाइल सिस्टम से ऑपरेट करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देशों पर चोरी को अंजाम दिया गया. वहीं, इस मामले को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.