नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के नन्दग्राम क्षेत्र में प्रेम प्रसंग में एक युवक की हत्या निर्ममता से करने का मामला सामने आया है. मामला 16 अगस्त 2024 का है. जहां तरूण पवार नाम का शख्स लापता हो गया. तरूण पवार के लापता होने पर उसके परिजनों ने 17 अगस्त को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जब तरूण की खोज शुरू कि तो 20 अगस्त तक तरुण का कोई सुराग नहीं मिला. जिसके बाद पुलिस ने केस को रजिस्टर कर कार्रवाई शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस को तरूण का शव मिला जिसके बाद चौकाने वाले खुलासे सामने आए.
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि गाजियाबाद में नन्दग्राम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 अगस्त को घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. उनकी निशानदेही पर मृतक तरुण का दाहिना पैर बुलंदशहर के रामगढ़ झील के पास गंग नहर से बरामद किया गया. इसके अलावा, हत्या में उपयोग किए गए फावड़ा, दरांती, दो गद्दे, एक कार और मृतक की कार भी बरामद की गई.
गिरफ्तार अभियुक्तों में पवन, वंश और एक महिला शामिल हैं, जबकि दीपांशु, अक्षय, अंकित, जीते, मनोज, और अंकुर अभी भी फरार हैं. पूछताछ में खुलासा हुआ कि महिला के साथ प्रेम प्रसंग और आपसी रंजिश के चलते इस हत्या की साजिश रची गई थी. तरूण पवार को मोरटा स्थित किराए के मकान में बुलाकर उसकी हत्या कर दी गई. उसके शरीर के टुकड़े करके गंग नहर में फेंक दिए गए.
पुलिस की ओर से फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है. गिरफ्तार अभियुक्तों को अदालत में पेश किया जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जाएगी. इस निर्मम घटना ने सबको हैरान कर दिया है. महिला के संबंध कई लोगों के साथ बताया जा रहा है. और तरूण की हत्या की वजह इसके महिला से संबंध ही थे. बता दें कि तरुण पवार एक इंटीरियर डिजाइनर था. महिला अक्षय की साली थी, और जिसका अपने पति से तलाक हो चुका था और वो तरुण के करीब थी. महिला ने तरुण की नजदीकियों की बात जब अक्षय और पवन को बतायी तो दोनों आग बबूला हो गए क्योंकि महिला के अवैध संबंध अपने बहनोई से भी थे और पवन भी उसे पसंद करता था.
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आरोपी पवन ने बताया कि 16 अगस्त को, हमने योजनाबद्ध तरीके से तरूण पवार को फोन करके मोरटा में किराए के मकान में बुलाया, जहां वह इंटीरियर डिजाइन का काम करने के बहाने आया. जब वह वहां पहुंचा, तो मैं और दीपांशु अपने चार अन्य साथियों- जीते, अंकुर, दीपांशु और अंकित के साथ वहां मौजूद थे. हमने तरुण को कमरे में बैठाया और रस्सी से उसका गला दबाया, जिससे वह बेहोश हो गया. फिर दीपांशु ने तरूण के सिर पर डंडे से वार किया, जिससे उसका सिर फट गया. इस बीच, अंकुर घर के बाहर निगरानी कर रहा था कि कोई अंदर न आए. हमने मिलकर तरूण की हत्या कर दी.
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