इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एमबीए पेपर लीक मामले को लेकर एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष आशुतोष चौकसे के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल में प्रदर्शन किया. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रशासनिक संकुल में जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन को देखते हुए विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या मे पुलिस बल तैनात किया गया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई.
महाविद्यालय पर लगाया था जुर्माना
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बीते दिनों एमबीए की परीक्षा में हुए पेपर लीक मामले में विश्वविद्यालय द्वारा दोषी पाए गए आइडीलिक कॉलेज पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया, साथ ही परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर किया गया है. एक अन्य महाविद्यालय संघवी महाविद्यालय पर भी कार्यवाही की गई है. पेपर लीक मामले को लेकर एनएसयूआई द्वारा आइडेलिक महाविद्यालय के मान्यता निरस्त किए जाने और महाविद्यालय के मालिक अक्षय बंम पर कार्रवाई किए जाने की मांग की जा रही है.
विश्वविद्यालय प्रबंधन को नहीं थी जानकारी
महाविद्यालय की मान्यता निरस्त किए जाने की मांग को लेकर इन NSUI द्वारा प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं में जमकर विवाद हुआ और झड़प भी हुई. प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प के बाद पुलिस ने एनएसयूआई के अध्यक्ष आशुतोष चौकसे, जिला अध्यक्ष रजत पटेल सहित अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस थाने भेजा. पूरे मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि उन्हें इस प्रदर्शन की जानकारी नहीं थी न ही किसी भी तरह का ज्ञापन सौंपा गया.
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भाजपा नेता को बचाने का काम कर रहा है विश्वविद्यालय
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का कहना है कि ''विश्वविद्यालय में लगातार लापरवाहियां सामने आ रही हैं, परंतु दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं जा रही है. पेपर लीक मामले में आइडीलिक कॉलेज की मान्यता निरस्त नहीं की गई है और भाजपा नेता अक्षय बम को बचाने का काम विश्वविद्यालय प्रबंधन कर रहा है.''