इंदौर: इंदौर से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर बडगोंदा थाना क्षेत्र में आर्मी के ट्रेनिंग अधिकारी और उनकी महिला मित्र के साथ मारपीट, लूट और सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई थी. इस पूरे मामले में पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पकड़े गए मुख्य दो आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देना कबूल भी कर लिया है. बदमाशों ने इस पूरे घटनाक्रम को ढाई से तीन घंटे में अंजाम दिया. वारदात के वह घंटे याद कर आर्मी के ट्रेनी अधिकारी और उनकी महिला मित्र सहम जाती हैं.
रात में गर्लफ्रेंड संग पिकनिक मना रहे थे आर्मी अधिकारी
मंगलवार रात को इंदौर से तकरीबन 50 किलोमीटर बडगोंदा थाना क्षेत्र के जाम गेट के फायरिंग रेंज में पिकनिक मनाने पहुंचे आर्मी के दो ट्रेनिंग जवान और उनकी महिला मित्र के साथ जिस तरह से घटनाक्रम घटित हुई वह वाकई हैरान कर देने वाली है. इस पूरे मामले को लेकर जब एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी से बात की तो उनका कहना था कि, ''मंगलवार देर रात तकरीबन 11 बजे आर्मी के ट्रेनी अधिकारी अपनी दो महिला मित्र के साथ जाम गेट पर पिकनिक मनाने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान दोनों ट्रेनी अधिकारियों ने सुनसान इलाके में अपनी कार को खड़ा कर दिया और उसके बाद तेज आवाज में गाने बजाने लगे. इस दौरान वहां से मुख्य षड्यंत्रकर्ता अनिल निकला और उसने देखा कि तेज आवाज में कार में गाने बज रहे हैं और वहीं पर दो युवक और महिलाएं पार्टी मना रही हैं, इसके बाद तकरीबन एक से डेढ़ घंटे बाद वापस अनिल उसी रास्ते से होकर किसी काम से निकाला और उसने एक बार फिर यही पूरा घटनाक्रम देखा.''
बंधक बनाकर मारपीट और लूट
जिस समय अनिल वहां से निकला उस समय तकरीबन रात के दो बज रहे थे. इसके बाद उसने अपने दोस्तों को फोन कर बताया कि आज बड़ा हाथ मारना हो तो आ जाओ. इसके बाद तकरीबन ढाई बजे रात में अनिल अपने साथी पवन, रोहित, रितेश, संदीप और सचिन के साथ मिलकर घटनास्थल पर पहुंचा और दोनों ट्रेनी आर्मी अधिकारियों को पहले बंधक बनाया और उनके साथ मारपीट कर लूट की घटना को अंजाम दिया. उसके बाद एक ट्रेनी अधिकारी और महिला को 10 लाख रुपए लेने के लिए घर के लिए भेजा. जिसके बाद उन्होंने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दे दी.
सुनसान जगह ले जाकर महिला के साथ हैवानियत
बंधक बनाए ट्रेनी आर्मी अधिकारी के साथ जहां दो से तीन घंटे तक बदमाश मारपीट करते रहे. इसके बाद बंधक बनाई महिला को अनिल और रितेश कुछ दूर ले गए और वहा पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. आधे से एक घंटे तक उन्होंने महिला को ट्रेनी आर्मी अधिकारी से दूर ही रखा. इस दौरान महिला ने कई बार बदमाशों से छोड़ने के लिए गुहार लगाई लेकिन बदमाश एक के बाद एक उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देते रहे. वहीं तकरीबन 5:30 बजे के आसपास पुलिस मौके पर पहुंची, पुलिस को देख बदमाश घटनास्थल से भाग गए.
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खौफनाक रात का सोचकर भी डर जाते हैं पीड़ित
प्रांभिक तौर पर अनिल और रितेश ने पुलिस पूछताछ में रेप की घटना को अंजाम देना कबूला भी है. लेकिन वह तीन घंटे आर्मी के ट्रेनी अधिकारी और महिलाओं के लिए एक खौफनाक रात बन गई और उस घटना के बारे में सोच कर आज भी वह लोग सहम जाते हैं. पीड़ित पुलिस को तो तमाम तरह की जानकारी दे रहे हैं लेकिन मीडिया को किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. पुलिस इस पूरे मामले में सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रही है.